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IIT हैदराबाद से पढ़ाई, जर्मनी में नौकरी, दो बार पास की UPSC परीक्षा; IPS के बाद IAS बनीं गरिमा अग्रवाल

UPSC Success Story: बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में होशियार रहीं दिव्या की कहानी युवाओं के लिए इंस्पिरेशन है. किसे पता था कि इस महिला ऑफिसर को विदेश में नौकरी और लाखों का पैकेज भी देश के प्रति कुछ करने से रोक नहीं पाएगा. 

IIT हैदराबाद से पढ़ाई, जर्मनी में नौकरी, दो बार पास की UPSC परीक्षा; IPS के बाद IAS बनीं गरिमा अग्रवाल
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Arti Azad|Updated: Jun 01, 2024, 08:28 AM IST

IAS Garima Agrawal Success Story: आज सफलता की कहानी के तहत जानिए मध्य प्रदेश की रहने वाली एक लड़की की कहानी, जिसे आईआईटी में पढ़ाई करने से लेकर यूपीएससी क्लियर करने तक का सफर किया. बच्चों को खेलने-कूदने का शौक होता है, लेकिन बचपन से ही पढ़ने की शौकीन रही यह लड़की अब एक आईएएस ऑफिसर हैं. हम बात कर रहे हैं आईएएस गरिमा अग्रवाल की, जिन्होंने यूपीएससी जैसी देश की सबसे कठिन परीक्षा को एक नहीं, बल्कि दो-दो बार क्रैक किया. गरिमा की यह कहानी आपको भी कुछ बेहतर करने का मोटिवेशन देती है...

ऐसा रहा पढ़ाई से सरकारी नौकरी तक का सफर
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले की रहने वालीं गरिमा का जन्म एक बिजनेस फैमिली में हुआ था. गरिमा ने सरस्वती विद्या मंदिर से पढ़ाई की है. उन्होंने 10वीं की बोर्ड परीक्षा में 89 प्रतिशत और 12वीं में 92 फीसदी मार्क्स हासिल किए थे.12वीं के बाद गरिमा अग्रवाल ने जेईई की तैयारी शुरू कर दी थी. उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में दुनिया की दूसरी सबसे कठिन परीक्षा क्लियर कर ली.

इसके बाद आईआईटी हैदराबाद में दाखिला लेकर बीटेक इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. इसके बाद गरिमा को जर्मनी स्थित एक कंपनी में इंटर्नशिप करने का मौका मिला, लेकिन उन्होंने यहां जॉब करने में कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई.  विदेश जाकर भी देश के लिए कुछ करने का जज्बा उन्हें वापिस भारत ले आया. इसके बाद गरिमा ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा देने का फैसला लिया और तैयारी में जुट गईं. 

पहली बार में यूपीएससी की परीक्षा में हुईं सफल
यह गरिमा की मेहनत और प्रतिभा ही थी जो उन्होंने पहले अटैम्प्ट में ही यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल कर ली. उन्होंने यूपीएससी के पहले प्रयास में ही 240वीं रैंक हासिल की. इसके साथ ही हैदराबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल नेशनल पुलिस एकेडमी में उकनकी आईपीएस ट्रेनिंग शुरू हो गई, लेकिन गरिमा इतनी बड़ी उपलब्धि से भी संतुष्ट नहीं हुई, क्योंकि उनका लक्ष्य अभी अधूरा था. गरमा आईएएस अफसर ही बनना था. आईपीएस ट्रेनिंग के साथ ही अगले अटैम्प्ट की तैयारी पर फोकस करना शुरू कर दिया. 

दूसरे अटैम्प्ट में 40वीं रैंक
गरिमा अग्रवाल पुलिस अफसर की ट्रेनिंग के साथ ही एक बार फिर यूपीएससी सीएसई परीक्षा पास की. आखिरकार उन्होंने दूसरे अटैम्प्ट में 40वीं रैंक हासिल की और उन्हें आईएएस कैडर मिल गया. उन्होंने यूपीएससी परीक्षा का दूसरा अटेंप्ट साल 2018 में दिया था. मसूरी स्थित LBSNAA में आईएएस ट्रेनिंग हासिल कर वह वह 2019 बैच की आईएएस ऑफिसर बन गईं. फिलहाल, आईएएस गरिमा तेलंगाना में असिस्टेंट जिला मजिस्ट्रेट हैं. 

लव लाइफ 
आईएएस गरिमा के पति पल्लव टिन्ना एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. जानकारी के मुताबिक पल्लव ने भी IIT हैदराबाद से बीटेक किया है. गरिमा और पल्लव ने साल 2021 में शादी रचाई थी. गरिमा अक्सर अपने पति के साथ सोशल मीडिया पर फोटो साझा करती रहती हैं.

सक्सेस मंत्रा
आईएएस गरिमा अग्रवाल के मुताबिक यूपीएससी प्रीलिम्स पास कर चुके उम्मीदवारों को मेंस की तैयारी के दौरान मॉक टेस्ट पर ज्यादा फोकस करना चाहिए. लिखने की रोजाना प्रैक्टिस की जानी चाहिए. गरिमा का मानना है कि सफलता पाने के लिए फोकस रहने के साथ ही एक अच्छी स्ट्रैटेजी बनाना और उसे फॉलो करना चाहिए.

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