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अग्निवीर एयर भर्ती 2025 के लिए 8 जुलाई से रजिस्ट्रेशन शुरू, जानें एलिजिबिलिटी डिटेल

Agniveer Air Bharti 2025 Registration: भारतीय वायु सेना में अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर एयर भर्ती 2025 के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 8 जुलाई से शुरू होंगे. आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवार यहां एलिजिबिलिटी से जुड़ी डिटेल जान सकते हैं.

अग्निवीर एयर भर्ती 2025 के लिए 8 जुलाई से रजिस्ट्रेशन शुरू, जानें एलिजिबिलिटी डिटेल
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Kunal Jha|Updated: Jul 06, 2024, 06:13 PM IST

Indian Air Force Agniveer Air Bharti 2025 Registration: भारत में 2022 में अग्निवीर योजना शुरू होने के बाद से ही यह लगातार चर्चा में है. देश में विपक्षी दलों ने इस नई योजना की आलोचना की है और इसके परिणामों के बारे में चिंता व्यक्त की है. दरअसल, एक युवा चार साल की अवधि के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा करने के लिए इस योजना की ओर आकर्षित हो रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विंग कमांडर अभिषेक कटोच ने बताया कि भारतीय वायु सेना में अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर एयर भर्ती 2025 के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 8 जुलाई से शुरू होंगे. आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवार भारतीय वायु सेना की आधिकारिक वेबसाइट agnipathvayu.cdac.in पर डिटेल्ड जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. रजिस्ट्रेशन विंडो 8 जुलाई को सुबह 11 बजे से 28 जुलाई को रात 11 बजे तक खुली रहेगी.

जानें एलिजिबिलिटी
विंग कमांडर अभिषेक कटोच ने बताया कि 3 जनवरी 2008 और 3 जुलाई 2004 के बीच जन्मे अविवाहित पुरुष और महिला उम्मीदवार इस भर्ती के लिए एलिजिबल हैं. उम्मीदवारों को साइंस स्ट्रीम में मैथ, फिजिक्स और इंग्लिश के साथ 12वीं कक्षा या इसके समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण करनी चाहिए, या आर्ट्स और कॉमर्स स्ट्रीम में किसी भी विषय में 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए, जिसमें इंग्लिश में 50% अंक शामिल हैं. 3 वर्षीय इंजीनियरिंग डिप्लोमा या 2 वर्षीय वोकेशनल कोर्स करने वाले उम्मीदवार भी आवेदन करने के लिए एलिजिबल हैं.

अग्निपथ योजना की शुरुआत से पहले, सैनिकों को आजीवन पेंशन के साथ 15 साल से अधिक के कार्यकाल पर सशस्त्र बलों में भर्ती किया जाता था. 2019 से, सशस्त्र बलों में भर्ती तीन साल के लिए रोक दी गई थी, भारत सरकार ने इसे कोविड-19 महामारी के लिए जिम्मेदार ठहराया था. इस बीच, 50,000 से 60,000 सैनिक सालाना रिटायर होते रहे, जिससे कर्मियों की कमी हो गई और इसका असर सशस्त्र बलों की परिचालन क्षमताओं पर पड़ने लगा. 

साल 2020 में, नागरिकों को स्वैच्छिक आधार पर तीन साल की छोटी सेवा के लिए सेना में शामिल होने की अनुमति देने के लिए टूर ऑफ ड्यूटी योजना प्रस्तावित की गई थी. इस योजना का उद्देश्य ट्रायल करना था, जिसकी शुरुआत 100 अधिकारियों और 1,000 सैनिकों के एक टेस्ट समूह से की जानी थी.

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