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11 की उम्र में जबरन शादी, 20 में पिता बने पिता, फिर 21 साल की उम्र में क्लियर किया NEET

NEET Success Story: उनकी कहानी 10वीं क्लास में 74 फीसदी नंबरों के साथ शुरू हुई. उन्होंने साइंस सब्जेक्ट चुना, जो डॉक्टर बनने के उनके सपने को पूरा करने की दिशा में पहला कदम था.

11 की उम्र में जबरन शादी, 20 में पिता बने पिता, फिर 21 साल की उम्र में क्लियर किया NEET
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chetan sharma|Updated: Jun 24, 2024, 03:58 PM IST

National Eligibility and Entrance Test: रामलाल, राजस्थान के रहने वाले एक असाधारण व्यक्ति हैं, जिन्होंने डॉक्टर बनने के अपने सपने को पूरा करने का जुनून दिखाया, भले ही उन्हें कई तरह की परेशानियों और सामाजिक दबावों का सामना करना पड़ा. रामलाल की कहानी वाकई कमाल की है, खासकर इसलिए क्योंकि उन्हें बहुत कम उम्र में ही मुश्किलों का सामना करना पड़ा. राजस्थान में पैदा हुए और पले बढ़े रामलाल की मात्र 11 साल की उम्र में ही शादी कर दी गई थी और 20 साल की उम्र में वह पिता भी बन गए.

हालांकि उनकी जिम्मेदारियां कम उम्र में ही शुरू हो गई थीं, लेकिन उनका हौसला कम नहीं हुआ और उन्होंने भारत में मेडिकल पढ़ाई के लिए सबसे कठिन प्रवेश परीक्षाओं में से एक मानी जाने वाली NEET परीक्षा पास करने का लक्ष्य बना लिया. आर्थिक परेशानियों और परिवार के विरोध के बावजूद रामलाल ने अपनी पढ़ाई जारी रखी और आखिरकार पांचवीं कोशिश में 2022 में NEET परीक्षा पास कर ली.

रामलाल की कहानी उनके अटूट इरादे और उनकी पत्नी के समर्थन की मिसाल है. रामलाल की पत्नी ने खुद तो सिर्फ 10वीं कक्षा तक ही पढ़ाई की थी, लेकिन उन्होंने डॉक्टर बनने के रामलाल के सपने को पूरा करने में उनका साथ दिया. पूरी लगन के साथ, 21 साल की उम्र में रामलाल ने NEET 2022 में 720 में से 490 अंक हासिल किए, जो एक अहम उपलब्धि है जिसने उन्हें एक सम्मानित मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने का रास्ता खोल दिया.

उनकी कहानी 10वीं क्लास में 74 फीसदी नंबरों के साथ शुरू हुई. उन्होंने साइंस सब्जेक्ट चुना, जो डॉक्टर बनने के उनके सपने को पूरा करने की दिशा में पहला कदम था. हर बार परीक्षा देने के साथ उनके नंबरों में काफी सुधार हुआ. अपनी दृढ़ता के बल पर रामलाल ने कोटा में कोचिंग ली और आखिरकार NEET 2022 में शानदार प्रदर्शन कर सबको चौंका दिया.

रामलाल राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के घोसुंडा इलाके में रहते हैं. उनकी कहानी हमें यह सीख देती है कि मुश्किलों का सामना करने की हिम्मत और शिक्षा की ताकत कितनी जरूरी है. कम उम्र में शादी और जल्दी पिता बनने के बावजूद, रामलाल ने हार नहीं मानी और अपने सपने को पूरा करने के लिए लगातार मेहनत की. उनकी पत्नी ने भी, सिर्फ 10वीं तक पढ़ाई करने के बाद भी, रामलाल का पूरा साथ दिया. आखिरकार, 5वीं कोशिश में साल 2022 की NEET परीक्षा पास करके रामलाल ने ना सिर्फ खुद के लिए बल्कि अपने पूरे परिवार के लिए एक बड़ी उपलब्धि हासिल की. रामलाल की कहानी उन सभी लोगों के लिए मोटिवेशन है जो मुश्किलों का सामना कर रहे हैं और अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं.

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