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कोटा में एक और छात्र ने की आत्महत्या, पिता बोले - NEET स्कैम ने छीनी मेरे बेटे की जिंदगी

Kota Suicide Case: छात्र की पहचान उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के बरसाना निवासी परशुराम जाटव (21) के रूप में हुई है. उसने बुधवार को दोपहर करीब 1.15 बजे अपने पिता से आखिरी बार बात की थी और घर लौटने की इच्छा जताई थी.

कोटा में एक और छात्र ने की आत्महत्या, पिता बोले - NEET स्कैम ने छीनी मेरे बेटे की जिंदगी
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Kunal Jha|Updated: Sep 05, 2024, 07:31 PM IST

NEET Student Committed Suicide in Kota: कोटा में नीट-यूजी की तैयारी कर रहे 21 वर्षीय छात्र ने बुधवार रात किराए के मकान में कमरे की छत से लटककर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली.

कोचिंग हब कोटा में जनवरी से अब तक किसी छात्र द्वारा आत्महत्या का यह 14वां मामला है, जबकि 2023 में शहर में आत्महत्या के 26 मामले सामने आए हैं.

मृतक के पिता ने कथित नीट यूजी 24 परीक्षा घोटाले को युवक द्वारा उठाए गए इस कदम के लिए जिम्मेदार ठहराया है. हालांकि, उन्होंने मामले में पुलिस को दी गई रिपोर्ट में कोई आरोप नहीं लगाया है. इसके अलावा जिस कमरे में छात्र रहता था, वहां से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. 

मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के बरसाना निवासी परशुराम जाटव (21) के रूप में हुई है. उसने बुधवार को दोपहर करीब 1.15 बजे अपने पिता से आखिरी बार बात की थी और घर लौटने की इच्छा जताई थी. 

उसके पिता खचरमल ने उसे घर वापस आने को कहा था. हालांकि, उसके बाद बेटे ने उनकी कॉल रिसीव नहीं की.

घटना का पता बुधवार रात करीब 11 बजे लगा, जब घर के मालिक ने नोटिस किया कि छात्र शाम से घर से बाहर नहीं निकला है. केयरटेकर ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को बरामद किया तथा एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया.

राजमिस्त्री का काम करने वाले खचरमल गुरुवार सुबह कोटा पहुंचे. मोर्चरी के बाहर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने अपने बेटे द्वारा उठाए गए इस कदम के लिए नीट-यूजी 2024 परीक्षा 'घोटाले' को जिम्मेदार ठहराया.

मृतक के पिता ने गुरुवार को मोर्चरी के बाहर पीटीआई को बताया कि यह उनके बेटे का नीट-यूजी 2024 परीक्षा में दूसरा प्रयास था और उसने पहले परिणाम में 647 अंक प्राप्त किए थे, लेकिन रिवीजन रिजल्ट में उसके अंक घटकर 247 (66%) रह गए, जिससे वह उदास हो गया.

उन्होंने कहा, "नीट परीक्षा एजेंसी और नीट परीक्षा में हेराफेरी करने वाले अमीर लोगों ने मेरे बेटे को मार डाला." 

खचरमल ने दावा किया कि उनका बेटा पढ़ाई में बहुत अच्छा था और उसके अच्छे अंक आए थे, जिसके कारण उसे कोटा के एक कोचिंग इंस्टीट्यूट से स्कॉलरशिप मिली थी. परशुराम ने पहले दो साल कोटा में पढ़ाई की थी और पांच-छह दिन पहले ही वह तीसरी बार नीट की तैयारी के लिए लौटा था. इसके लिए उसने कोटा के एक कोचिंग इंस्टीट्यूट में एडमिशन ले लिया.

पुलिस अभी तक परशुराम द्वारा आत्महत्या करने के पीछे के कारणों का पता नहीं लगा पाई है.

जवाहर नगर थाने के असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर जवाहर सिंह ने कहा, "कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है और इस कदम के पीछे के कारणों की अभी जांच की जानी है."

जवाहर नगर थाने के सर्किल इंस्पेक्टर हरिनारायण शर्मा ने बताया कि गुरुवार दोपहर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया और पुलिस ने मामले की जांच के लिए बीएनएस की धारा 194 के तहत मामला दर्ज किया है.

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