Bihar Recruitement Sarkari Naurki: एजुकेशन सिस्टम को मजबूत करने के एक ठोस प्रयास में, बिहार का शिक्षा विभाग शिक्षक नियुक्तियों के तीसरे फेज की तैयारी कर रहा है. बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) व्यापक भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत को चिह्नित करते हुए फरवरी में विज्ञापन जारी करने के लिए तैयार है. टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक अनुमानित 70,000 टीचिंग पोजिशन का विज्ञापन किया जाएगा, जिसमें पिछले दो फेज से भरे जाने वाले पदों को मिलाकर कुल 20 से 25 हजार वैकेंसी होंगी.
ये वैकेंसी कक्षा 6 से 8, कक्षा 9 और 10, और कक्षा 11 और 12 समेत अलग अलग एजुकेशनल लेवल को पूरा करेंगी. यह कदम पिछले दो महीनों में लगभग दो लाख शिक्षकों को नियुक्त करने के बिहार सरकार के हालिया माइल स्टोन की दिशा में अगला कदम है, जो राज्य में सरकारी स्कूलों को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक जरूरी संकेत है.
बिहार के एजुकेशन सिस्टम में लंबे समय से चली आ रही चुनौतियों को स्वीकार करते हुए, शिक्षक नियुक्तियों में हालिया उछाल का उद्देश्य स्टूडेंट टीचर अनुपात को सुधारना है. बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक भर्ती परीक्षा का पहला फेज आयोजित किया, जिसमें एक लाख से ज्यादा कैंडिडेट पास हुए. 2 नवंबर, 2023 को एक ऐतिहासिक क्षण सामने आया, जब एक लाख अपॉइंटमेंट लेटर बांट गए. इसके बाद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को दूसरे फेज में तेजी लाने का निर्देश दिया, जिसके परिणामस्वरूप 13 जनवरी को 94,000 से ज्यादा टीचर्स को नियुक्ति पत्र बांटे गए.
इस अग्रेसिव रिक्रूटमेंट स्ट्रेटजी ने न केवल टीचर्स की भारी कमी को कम किया है बल्कि छात्र-शिक्षक अनुपात में सुधार किया है. प्राथमिक विद्यालयों में, अनुपात अब 1:35 है, जो राष्ट्रीय मानक के अनुरूप है. इसके अलावा, शिक्षक भर्ती के पहले फेज से पहले, यह अनुपात 1:38 था, और दो लाख शिक्षकों की नियुक्ति से पहले, यह आश्चर्यजनक रूप से 1:45 था. यह बदलाव बिहार में शिक्षा पर परिवर्तनकारी प्रभाव का प्रतीक है. इसी तरह, माध्यमिक विद्यालयों में छात्र-शिक्षक अनुपात में बढ़ोतरी का अनुभव हुआ है, जो अब नियुक्तियों के दूसरे फेज के बाद 1:36 हो गया है.