Veg Thali Cost: आरबीआई की बैठक (RBI Meeting) के फैसले से पहले वेज थाली की कीमतों में इजाफा हो गया है. शाकाहारी लोगों को खाने की थाली महंगी हो गई है. मार्केट में प्याज और टमाटर समेत कई सब्जियों के दाम बढ़ने से वेज थाली महंगी (Vegetarian thali) हो गई है. वहीं, नॉन वेज थाली (non-veg thali) की कीमतों में 7 फीसदी तक की गिरावट आ गई है.
घरेलू रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने कहा है कि मुख्य रूप से प्याज, टमाटर और आलू की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से शाकाहारी थाली की कीमतों में 7 फीसदी का इजाफा हो गया है. क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिसिस ने अपनी मंथली "रोटी राइस रेट" रिपोर्ट में कहा कि पोल्ट्री की कीमतों में गिरावट आने की वजह से नॉन वेज थाली में 7 फीसदी की गिरावट आई है.
27.3 रुपये हो गई कॉस्ट
रोटी, सब्जियां (प्याज, टमाटर और आलू), चावल, दाल, दही और सलाद वाली थाली की कीमत मार्च में बढ़कर 27.3 रुपये प्रति प्लेट हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 25.5 रुपये थी. वहीं, फरवरी 2024 में इस थाली की कीमत 27.4 रुपये थी. जोकि मार्च की तुलना में ज्यादा थी.
कितनी महंगी हुई सब्जियां?
रिपोर्ट के मुताबिक, मार्केट में आलू और प्याज की कम आवक की वजह से सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. प्याज, टमाटर और आलू की कीमतों में सालाना आधार पर क्रमशः 40 फीसदी, 36 फीसदी और 22 फीसदी तक बढ़ गई हैं.
चावल और दाल के भी बढ़ा भाव
रिपोर्ट में यह भी जानकारी दी गई है कि कम आवक की वजह से एक साल पहले की तुलना में चावल की कीमतें भी बढ़ गई हैं. चावल की कीमत में 14 फीसदी और दालों की कीमतें 22 फीसदी का इजाफा हुआ है.
नॉनवेज थाली का रेट
अगर हम नॉन-वेज थाली की बात करें तो इसकी कीमत एक साल पहले की अवधि में 59.2 रुपये के मुकाबले घटकर 54.9 रुपये हो गई है. वहीं, फरवरी में इस थाली की कीमत 54 रुपये प्रति थाली थी.
रमजान की वजह से बढ़ी कीमतें
ब्रॉयलर की कीमतों में 16 फीसदी की गिरावट आई है, जिसकी वजह से नॉनवेज थाली सस्ती रही है. साल-दर-साल आधार पर मांसाहारी थाली की लागत में गिरावट का प्रमुख कारण ब्रॉयलर की कीमतें कम होना है. अगर हम फरवरी महीने से ब्रॉयलर की कीमतों की तुलना करेंगे तो रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत और ज्यादा मांग की वजह से ब्रॉयलर की कीमतों में 5 फीसदी का इजाफा हुआ है.