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Indian Railway: साइकिल से भी स्लो है ये ट्रेन! भारत में सबसे धीमी रफ्तार, 5 घंटे में चलती है सिर्फ इतने किलोमीटर

Train Ticket: यूनेस्को की वेबसाइट के अनुसार, नीलगिरि माउंटेन रेलवे का निर्माण पहली बार 1854 में प्रस्तावित किया गया था, लेकिन पहाड़ी स्थान की कठिनाई के कारण काम 1891 में शुरू हुआ और 1908 में पूरा हुआ. यूनेस्को ने यह भी कहा कि यह रेलवे 326 मीटर से 2203 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचती है, जो उस समय की नवीनतम तकनीक का प्रतिनिधित्व करती है.

Indian Railway: साइकिल से भी स्लो है ये ट्रेन! भारत में सबसे धीमी रफ्तार, 5 घंटे में चलती है सिर्फ इतने किलोमीटर
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Zee News Desk|Updated: Jan 15, 2023, 12:40 PM IST

Train Running Status: आज के दौर में जहां दुनिया में तेजी से बदलाव हो रहा है और हर काम तेजी से हो रहे हैं, वहीं रेलवे भी खुद को रफ्तार के मामले में आगे बढ़ा रहा है. भारत में कई ऐसे रेलवे प्रोजेक्ट हैं जो अपनी स्पीड को तेज करने का काम कर रहे हैं. इसको लेकर वंदे भारत एक्सप्रेस लॉन्च की जा चुकी है और बुलेट ट्रेन पर भी काम चल रहा है. इस बीच भारत में एक ऐसी ट्रेन भी है जो कि काफी स्लो है और चल भी रही है. दरअसल, तमिलनाडु में एक ट्रेन काफी स्लो चलती है और ज्यादा दूरी भी तय नहीं करती लेकिन समय काफी अधिक ले लेती है.

भारतीय रेलवे
बता दें कि मेट्टुपलयम ऊटी नीलगिरि पैसेंजर ट्रेन भारत की सबसे धीमी ट्रेन है, जो 10 किमी प्रति घंटे की गति से चलती है. यह भारत की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन की तुलना में लगभग 16 गुना धीमी है. Mettupalayam Ooty Nilgiri Passenger Train लगभग पांच घंटे में 46 किमी की दूरी तय करती है. वहीं इसकी धीमी रफ्तार के पीछे कारण है कि यह पहाड़ी क्षेत्र में चलती है. दरअसल, दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे के विस्तार के रूप में ट्रेन को संयुक्त राष्ट्र निकाय यूनेस्को के जरिए विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया है.

भारतीय ट्रेन
यूनेस्को की वेबसाइट के अनुसार, नीलगिरि माउंटेन रेलवे का निर्माण पहली बार 1854 में प्रस्तावित किया गया था, लेकिन पहाड़ी स्थान की कठिनाई के कारण काम 1891 में शुरू हुआ और 1908 में पूरा हुआ. यूनेस्को ने यह भी कहा कि यह रेलवे 326 मीटर से 2203 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचती है, जो उस समय की नवीनतम तकनीक का प्रतिनिधित्व करती है.

ट्रेन
IRCTC के मुताबिक ट्रेन अपने 46 किलोमीटर के सफर के दौरान कई सुरंगों और 100 से ज्यादा पुलों से होकर गुजरती है. पथरीले इलाके, चाय के बागान और घने जंगलों वाली पहाड़ियां ट्रेन से यात्रा करने को काफी खूबसूरत बनाती हैं. सबसे शानदार दृश्य मेट्टुपालयम से कुन्नूर तक के विस्तार के साथ स्थित है. नीलगिरि माउंटेन रेलवे मेट्टुपलयम से ऊटी के बीच हर रोज संचालित होती है.

ट्रेन रनिंग स्टेटस
यह ट्रेन मेट्टुपालयम से 7.10 बजे सुबह रवाना होती है और दोपहर 12 बजे ऊटी पहुंचती है. आईआरसीटीसी ने कहा कि वापसी यात्रा के दौरान ट्रेन दोपहर 2 बजे ऊटी से शुरू होती है और शाम 5.35 बजे मेट्टुपलयम पहुंचती है. इस रास्ते पर मुख्य स्टेशन कुन्नूर, वेलिंगटन, अरवंकडु, केट्टी और लवडेल हैं. ट्रेन में प्रथम श्रेणी और द्वितीय श्रेणी दोनों सीटें हैं.

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