trendingNow12185469
Hindi News >>बिजनेस
Advertisement

SBI Shares: अचानक मिल गए लाखों रुपये के शेयर्स, 30 साल पहले दादा ने लगाए थे 500 रुपये...

State Bank of India Shares: चंडीगढ़ में एक डॉक्टर के हाथ अचानक खजाना लग गया है. जी हां... वह अपने घर में रखे पुराने कुछ इंवेस्टमेंट के कागज देख रहे थे. तब ही उनको एक ऐसा कागज मिलता है, जोकि एसबीआई शेयर का सर्टिफिकेट है. 

SBI Shares: अचानक मिल गए लाखों रुपये के शेयर्स, 30 साल पहले दादा ने लगाए थे 500 रुपये...
Stop
Shivani Sharma|Updated: Apr 02, 2024, 01:18 PM IST

SBI Share Price: आपको कैसा लगेगा अगर आपको अचानक से बिना कुछ किए लाखों रुपये मिल जाएं... ऐसा ही एक किस्सा हाल ही में सोशल मीडिया पर देखने को मिल रहा है. चंडीगढ़ में एक डॉक्टर के हाथ अचानक खजाना लग गया है. जी हां... वह अपने घर में रखे पुराने कुछ इंवेस्टमेंट के कागज देख रहे थे. तब ही उनको एक ऐसा कागज मिलता है, जोकि एसबीआई शेयर का सर्टिफिकेट है. इसको देखने के बाद उनको पता चला कि उनके दादा जी ने 1994 में 500 रुपये के एसबीआई के शेयर्स खरीदे थे. 

1994 में उनके दादा जी ने यह शेयर्स खरीदे और वह इसको खरीद कर भूल गए. साथ ही दादा जी ने इन शेयर्स को कभी बेचा भी नहीं. डॉ तन्मय मोतीवाला ने इस बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी दी है. 

एक्स पर शेयर की पोस्ट

मोतीवाला ने अपनी पोस्ट में लिखा कि मेरे दादा-दादी ने 1994 में ₹500 के एसबीआई शेयर खरीदे थे. वे इसके बारे में भूल गए थे. वास्तव में उन्हें इस बात का कोई अंदाज़ा नहीं था कि उन्होंने इसे क्यों खरीदा और उन्होंने इन शेयरों को अपने पास अभी तक रखा हुआ है.

750 फीसदी का मिला रिटर्न

डॉक्टर ने बताया कि उन 500 रुपये की कीमत आज लाखों में हो गई है. इस अवधि के दौरान एसबीआई एसबीआई के शेयरों की कीमत अब 3.75 लाख रुपये हो गई है. इस अवधि में उन्हें करीब 750 गुना रिटर्न मिला है. यह रिटर्न की राशि डिविडेंड हटाकर है

बेचेंगे नहीं शेयर्स

इसके साथ ही डॉक्टर मोतीवाला ने कहा है कि वह फिलहाल अभी इन शेयर्स को बेचेंगे नहीं. उनका इन शेयर्स को आगे भी रखने का प्लान है. इस समय पर उनको नकदी की जरूरत नहीं है. यह पोस्ट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तेजी से वायरल हो रही है. 

डीमैट में कराया ट्रांसफर

इसके आगे उन्होंने बताया कि मैंने अपने पारिवारिक स्टॉक्स को डीमैट में चेंज करा लिया है. हमने इसके लिए एक सलाहकार की मदद ली. यह प्रोसेस काफी लंबा है और इसको डीमैट में ट्रांसफर कराने के लिए लोगों को कई बार परेशानी का सामना करना पड़ता है. यह अपने आप में ही काफी लंबा प्रोसेस है. 

Read More
{}{}