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Mukesh Ambani का बड़ा फैसला, अब रिलायंस की इस कंपनी में बेचेंगे हिस्सेदारी!

Reliance Share Price: रिलायंस (RIL) में अब हिस्सेदारी खरीदने के लिए ग्लोबल कंपनियां अपना इंट्रस्ट दिखा रही हैं. कतर का सरकारी संपदा कोष क्यूआईए रिलायंस समूह की खुदरा इकाई में करीब एक प्रतिशत हिस्सेदारी लेने के लिए शुरुआती बातचीत कर रहा है. 

Mukesh Ambani का बड़ा फैसला, अब रिलायंस की इस कंपनी में बेचेंगे हिस्सेदारी!
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Zee News Desk|Updated: Jul 26, 2023, 09:05 PM IST

Reliance Share Price: रिलायंस (RIL) में अब हिस्सेदारी खरीदने के लिए ग्लोबल कंपनियां अपना इंट्रस्ट दिखा रही हैं. कतर का सरकारी संपदा कोष क्यूआईए रिलायंस समूह की खुदरा इकाई में करीब एक प्रतिशत हिस्सेदारी लेने के लिए शुरुआती बातचीत कर रहा है. सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी है. सूत्रों ने बताया कि कतर निवेश प्राधिकरण (QIA) रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) में एक प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण एक अरब डॉलर यानी करीब 8,200 करोड़ रुपये में कर सकता है. इस लिहाज से आरआरवीएल का मूल्यांकन करीब 100 अरब डॉलर बैठेगा.

अभी शुरू हुई है बातचीत
RRVL, रिलायंस इंडस्ट्रीज के खुदरा कारोबार की होल्डिंग कंपनी है. इस कदम से आरआरवीएल को अपना विस्तार और तेज करने में मदद मिलेगी. सूत्रों ने बताया कि यह बातचीत अभी शुरुआती चरण में है. इसकी अगुवाई रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के निदेशक मंडल में शामिल एक कार्यकारी निदेशक कर रहे हैं.

मीडिया को दी जानकारी
इस बारे में संपर्क किए जाने पर रिलायंस रिटेल के प्रवक्ता ने पीटीआई-भाषा से कहा है कि कंपनी विभिन्न अवसरों का निरंतर आधार पर मूल्यांकन करती रहती है. हमारा सिद्धान्त है कि हम बाजार में चल रही अटकलों पर टिप्पणी नहीं करते हैं. इससे पहले इसी महीने मीडिया की खबरों में कहा गया था कि कंपनी ने दो वैश्विक सलाहकारों की नियुक्ति की जिन्होंने आरआरवीएल का मूल्यांकन 92-96 अरब डॉलर के बीच निकाला है.

RRVL भारत में करेगी कारोबार का विस्तार
आरआरवीएल कंपनियों का अधिग्रहण कर भारत में अपने कारोबार का तेजी से विस्तार कर रही है. इसके अलावा वह भारतीय बाजार के लिए प्रमुख अंतरराष्ट्रीय ब्रांड के फ्रेंचाइजी अधिकार भी हासिल कर रही है. इस महीने की शुरुआत में रिलायंस रिटेल ने कहा था कि वह अपने प्रवर्तक और होल्डिंग कंपनी के अलावा अन्य शेयरधारकों के पास मौजूद इक्विटी शेयर पूंजी को घटा रही है.

पूंजी घटाने का बनाया प्लान
कंपनी के निदेशक मंडल ने चार जुलाई, 2023 को पूंजी घटाने की योजना के तहत ऐसे शेयरधारकों की पूंजी को रद्द करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. अगर यह बातचीत सफल होती है तो क्यूआईए रिलायंस रिटेल में हिस्सेदारी रखने वाले अन्य खाड़ी देशों के सरकारी संपदा कोषों में शामिल हो जाएगा. RRVL ने वर्ष 2020 में 10.09 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर वैश्विक निजी इक्विटी कोषों से 47,265 करोड़ रुपये (लगभग 6.4 अरब डॉलर) जुटाए थे. उस समय कंपनी का मूल्यांकन 4.2 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया था.

उस समय सऊदी अरब के सार्वजनिक निवेश कोष (PIF) ने 1.3 अरब डॉलर में रिलायंस रिटेल वेंचर्स में 2.04 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की थी. इसके अलावा अबू धाबी निवेश प्राधिकरण (एडीआईए) ने 5,513 करोड़ रुपये में 1.2 प्रतिशत और संयुक्त अरब अमीरात की मुबादला ने 1.4 प्रतिशत हिस्सेदारी 6,248 करोड़ रुपये में खरीदी थी. कंपनी ने उस समय लगभग 57 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर सिल्वर लेक, केकेआर, जीआईसी, टीपीजी और जनरल अटलांटिक से भी धन जुटाया था.

RIL की है 85 प्रतिशत हिस्सेदारी
आरआरवीएल में रिलायंस इंडस्ट्रीज की हिस्सेदारी 85 प्रतिशत है. जेपी मॉर्गन ने प्रस्तावित सौदे पर कहा कि इस बातचीत से पता चलता है कि रिलायंस के विभिन्न कारोबार में हिस्सेदारी लेने के कई विकल्प मौजूद हैं.

इनपुट - भाषा एजेंसी

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