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RBI ने लॉन्च किया 'प्रवाह' , जानिए कैसे एक पोर्टल से होंगे कई काम

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने खुदरा निवेशकों और अन्य के लिए चीजों को आसान बनाने के लिए आज मोबाइल ऐप, पोर्टल लॉन्च किया है. आरबीआई ने सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद-बिक्री के लिए मोबाइल ऐप लॉन्च किया. खुदरा निवेशकों समेत अन्य के लिए चीजों को सुगम बनाने को आज आरबीआई ने कई कदम उठाये.

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Bavita Jha |Updated: May 28, 2024, 09:25 PM IST

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने खुदरा निवेशकों और अन्य के लिए चीजों को आसान बनाने के लिए आज मोबाइल ऐप, पोर्टल लॉन्च किया है. आरबीआई ने सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद-बिक्री के लिए मोबाइल ऐप लॉन्च किया. खुदरा निवेशकों समेत अन्य के लिए चीजों को सुगम बनाने को आज आरबीआई ने कई कदम उठाये. इसके तहत एक तरफ जहां सरकारी प्रतिभूति बाजार में खुदरा निवेशकों की भागदारी के लिए मोबाइल ऐप जारी किया तो वहीं दूसरी तरफ सरल तरीके से ऑनलाइन आवेदन को लेकर ‘प्रवाह’ पोर्टल शुरू किया गया. 

कैसे मिलेगा लाभ 

मोबाइल ऐप के जरिये खुदरा निवेशक अब अपने स्मार्टफोन पर मोबाइल ऐप का उपयोग करके सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद-बिक्री कर सकते हैं. इसके अलावा, किसी भी व्यक्ति या इकाई के लिए विभिन्न नियामकीय मंजूरियों के लिए सरल तरीके से ऑनलाइन आवेदन करने को लेकर प्रवाह पोर्टल शुरू किया गया है. केंद्रीय बैंक ने बयान में कहा कि यह पोर्टल रिजर्व बैंक की तरफ से नियामकीय मंजूरी देने से संबंधित विभिन्न प्रक्रियाओं को सुगम बनाएगा. इसके अलावा आरबीआई ने ‘फिनटेक रिपॉजिटरी’ पहल की है.

गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा शुरू की गई इस तीसरी पहल का मकसद नियामकीय दृष्टिकोण से क्षेत्र की बेहतर समझ के लिए भारतीय वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) कंपनियों के आंकड़ों का भंडारण करना और उचित नीति दृष्टिकोण तैयार करने में सुविधा प्रदान करना है. ‘प्रवाह’ (नियामकीय आवेदनए, सत्यापन और मंजूरी के लिए मंच) पोर्टल सुरक्षित और केंद्रीकृत वेब-आधारित मंच है. यह किसी भी व्यक्ति या इकाई के लिए रिजर्व बैंक से जुड़े मामलों में मंजूरी, लाइसेंस या नियामकीय अनुमोदन प्राप्त करने का मंच है. आरबीआई ने बयान में पोर्टल की विशेषताओं को साझा करते हुए कहा कि विभिन्न नियामक और निगरानी विभागों से जुड़े 60 आवेदन पत्र ऑनलाइन जमा किये जा सकते हैं. संबंधित इकाई पोर्टल पर आवेदन की स्थिति को देख सकती है.

 साथ ही आरबीआई किसी आवेदन से संबंधित निर्णय समयबद्ध तरीके से भेज सकता है. इसमें कहा गया है कि जरूरत पड़ने पर और आवेदन पत्र उपलब्ध कराए जाएंगे. सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद-बिक्री से जुड़े ‘रिटेल डायरेक्ट’ मोबाइल ऐप के संबंध में बयान में कहा गया है कि इसके जरिये खुदरा निवेशक अब अपने स्मार्टफोन पर मोबाइल ऐप का उपयोग करके सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद-बिक्री कर सकते हैं. 

मोबाइल ऐप को एंड्रॉयड उपयोगकर्ताओं के लिए ‘प्ले स्टोर’ और आईओएस उपयोगकर्ताओं के लिए ‘ऐप स्टोर’ से डाउनलोड किया जा सकता है. वर्तमान में, ‘रिटेल डायरेक्ट’ पोर्टल खुदरा निवेशकों को भारतीय रिजर्व बैंक के साथ खुदरा प्रत्यक्ष सरकारी प्रतिभूति खाते खोलने की सुविधा प्रदान करता है.खुदरा प्रत्यक्ष योजना के तहत यह सुविधा दी गयी है. पोर्टल नवंबर, 2021 में शुरू किया गया था.यह खुदरा निवेशकों को प्राथमिक नीलामी में सरकारी प्रतिभूतियां खरीदने के साथ-साथ द्वितीयक बाजार में उसे खरीदने और बेचने की सुविधा देता है. बयान के अनुसार, फिनटेक रिपॉजिटरी का लक्ष्य नियामकीय दृष्टिकोण और उपयुक्त नीतिगत रुख बनाने के मकसद से वित्तीय प्रौद्योगिकी इकाइयों, उनकी गतिविधियों, प्रौद्योगिकी उपयोग आदि के बारे में आवश्यक जानकारी प्राप्त करना है.

 नियमन के दायरे में आने और उससे बाहर रहने वाली दोनों तरह की वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनियों को रिपॉजिटरी में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसके साथ ही, ‘एमटेक रिपॉजिटरी’ भी जारी किया गया है. यह केवल आरबीआई के दायरे में आने वाली इकाइयों (बैंकों और एनबीएफसी) के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों (कृत्रिम मेधा, मशीन लर्निंग, क्लाउड कंप्यूटिंग आदि) को अपनाने के लिए एक संबंधित रिपॉजिटरी है.

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