Indian Railway: में सफर करने वाले यात्रियों की बेहतर सुविधा के लिए भारतीय रेलवे लगातार अपनी सेवाओं में सुधार कर रहा है. हाल ही में रेलवे ने बताया था कि यात्रियों के आरामदायक सफर के लिए ट्रायल बेसिस पर ट्रेन में सफेद चादर और पुराने कंबल की जगह पर अल्ट्रासॉफ्ट लिनेन दिया जाएगा.
इसी बीच खबर है कि रेलवे ट्रेन में साफ-सफाई, बेडरोल, खाना, टॉयलेट में पानी, हैंडवॉश, बोगी में सीटों से अधिक यात्री बैठने जैसी दिक्कतों की निगरानी के लिए AI की मदद लेगा.
SOP लागू करने की तैयारी
रेलवे के अधिकारी का कहना है कि इस सुविधा में 15 मिनट से 45 मिनट तक लगेंगे. यह पूरी व्यवस्था इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IOT) और एआई टूल के जरिए काम करेगी. दरअसल, ट्रेन की हर बोगी में सफर कर रहे पैंसेजर्स की सुविधाओं के लिए एक एसओपी होता है. इसके लिए रेलवे चार्ज भी करती है, लेकिन अभी तक इन सेवाओं को पूरी तरह से यात्री सुविधाओं में बदलने की कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं थी.
रेलवे अब AI की मदद से ट्रेन की हर बोगी में एसओपी की मॉनिटरिंग करेगी. इस AI सिस्टम की खासियत यह है कि यदि एसओपी 90 फीसदी से कम पूरा होता है तो तत्काल ट्रेन मैनेजर को अलर्ट मिलेगा. इस AI टूल के जरिये यह भी पता चल जाएगा कि एसओपी के मानकों के मुताबिक कितनी दूरी पर क्या जरूरत होगी.
ट्रेन में प्रीमियम अल्ट्रा सॉफ्ट लिनन
हाल ही में उत्तर रेलवे ने बताया था कि रेल यात्रियों के सफर को बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए रेलवे ने सांस लेने में कंफर्टेबल और वाले लंबे समय तक चलने वाला नया प्रीमियम अल्ट्रा सॉफ्ट लिनन पेश किया है. इस लिनन को भारतीय मानक ब्यूरो(BIS) के परामर्श से भारतीय रेलवे द्वारा कठोर अनुसंधान एवं विकास के बाद डिजाइन किया गया है.