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OPS, NPS और अब UPS... किन सरकारी कर्मचारियों के लिए कौन सी पेंशन स्कीम? 5 सवालों में सारा खेल समझ‍िए

UPSvsNPSvsOPS: सरकारी कर्मचार‍ियों को पहले ओपीएस, उसके बाद एनपीएस और अब यूपीएस का फायदा म‍िलने की बात कही जा रही है. लेक‍िन यह तीनों एक-दूसरे से अलग कैसे हैं क‍िस कर्मचारी को कौन सी पेंशन स्‍कीम का फायदा म‍िलेगा, यहां जान‍िए.

OPS, NPS और अब UPS... किन सरकारी कर्मचारियों के लिए कौन सी पेंशन स्कीम? 5 सवालों में सारा खेल समझ‍िए
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Kriyanshu Saraswat|Updated: Aug 26, 2024, 08:34 AM IST

What is Unified Pension Scheme: केंद्र सरकार ने लंबे समय बाद शनिवार को सरकारी नौकरी करने वालों के ल‍िए नई पेंशन स्‍कीम का ऐलान क‍िया. इसका फायदा साल 2004 के बाद से सरकारी नौकरी में आए लोगों को म‍िलेगा. यून‍िफाइड पेंशन स्‍कीम (UPS) नाम से आई पेंशन योजना में गारंटीड पेंशन की बात कही गई है. साल 2004 के बाद सरकारी नौकरी में आने वाले कर्मचार‍ियों के पास अब यह व‍िकल्‍प होगा क‍ि वे एनपीएस (NPS) की जगह यूपीएस (UPS) में शामिल हो सकते हैं. हालांक‍ि कर्मचार‍ियों की तरफ से ओल्‍ड पेंशन स्‍कीम (OPS) को लागू करने की मांग की जा रही थी. सरकार की तरफ से यूपीएस को मंजूरी द‍िये जाने के बाद कर्मचारी संगठनों का कहना है क‍ि नई पेंशन स्‍कीम ओपीएस की तरह ही है. लेक‍िन अब क्‍या बदल जाएगा, आइए जानते हैं इससे जुड़े सवाल और उनके जवाब.

सवाल: क्या यह पेंशन पॉल‍िसी का उलटफेर है? यूपीएस एनपीएस से किस तरह अलग है?

जवाब: साल 2004 और इसके बाद केंद्र सरकार की नौकरी में आए कर्मचार‍ियों को पुरानी पेंशन योजना (OPS) का फायदा नहीं म‍िलता. ओपीएस के तहत ज‍िंदगीभर आखिरी वेतन की आधी पेंशन मिलती है और हर छह महीने पर महंगाई के हिसाब से पेंशन बढ़ती रहती है. इसके बजाय कर्मचार‍ियों को नई पेंशन योजना (NPS) में शामिल होना पड़ा. NPS में कर्मचारी और सरकार दोनों का कॉन्‍ट्रीब्‍यूशन होता है. सरकार पहले 10% का शेयर करती थी लेकिन अब 14% हो गया है. यह पैसा सरकारी बॉन्ड्स, शेयर और कंपनियों के बॉन्ड्स में लगाया जाता है. यह म्यूचुअल फंड्स की तरह काम करता है. जब कोई कर्मचारी रिटायर होता है तो उसे कम से कम 40% पैसे से पेंशन स्‍कीम खरीदनी होती है. अब यून‍िफाइड पेंशन स्‍कीम (UPS) में सरकार ने वादा किया है कि जो लोग 25 साल या उससे ज्यादा काम करेंगे, उन्हें आखिरी 12 महीनों के औसत वेतन की आधी पेंशन म‍िलेगी. र‍िटायर कर्मचारी के पति या पत्‍नी को फैम‍िली पेंशन के तौर पर 60 प्रत‍िशत पेंशन का फायदा द‍िया जाएगा. यद‍ि कोई कर्मचारी 10 साल काम करता है तो उसे कम से कम 10,000 रुपये हर महीने पेंशन दी जाएगी. इसके अलावा रिटायर होने पर एकमुश्‍त पैसा म‍िलेग. हालांक‍ि यह इस बार पर न‍िर्भर करता है क‍ि उस व्‍यक्‍त‍ि ने क‍ितने साल काम क‍िया है?

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सवाल: यह बदलाव क्‍यों?

जवाब: साल 2004 में न्‍यू पेंशन स्‍कीम (NPS) को मंजूरी म‍िलने के बाद अध‍िकतर राज्‍यों ने इसे चुना. लेक‍िन सरकारों पर साल दर साल पुरानी पेंशन योजना (OPS) की बहाली का दबाव बढ़ता गया. राजस्थान, हिमाचल, झारखंड और पंजाब जैसे राज्यों ने NPS छोड़कर OPS में वापसी कर ली. हिमाचल में लोगों ने माना कि कांग्रेस की जीत का बड़ा कारण ओपीएस ही रहा था. केंद्र सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को वापस लाने से मना कर दिया. केंद्र की तरफ से कहा गया क‍ि इससे भविष्य में आने वाली पीढ़ियों पर बोझ पड़ेगा. मार्च 2023 में चुनाव में हार के बाद सरकार ने एक समिति बनाई. इस सम‍िति की अध्‍यक्षता टीवी सोमानथन ने की. समिति ने आंध्र प्रदेश सरकार के तरीके को देखकर यह तय किया कि वे 50% पेंशन देंगे.

सवाल: क्या अधिकांश सरकारी कर्मचारी यूपीएस का विकल्प चुनेंगे?

जवाब: सोमानथन ने शन‍िवार को कहा क‍ि कुछ अपवादों को छोड़कर ज्यादातर सरकारी कर्मचारियों को यूपीएस से फायदा होगा. अगर आप 30-35 साल तक काम करते हैं तो आपका पैसा बाजार के उतार-चढ़ाव से काफी हद तक सुरक्षित रहेगा. आप खुद तय कर सकते हैं कि आपका पैसा सरकारी बॉन्ड्स, शेयरों या कंपनियों के बॉन्ड्स में लगाया जाए. अगर आप 35 साल से कम उम्र के हैं तो आपका पैसा 50% तक शेयरों में लगाया जा सकता है. लेकिन जैसे-जैसे आप बड़े होते जाएंगे, शेयरों में लगाया जाने वाला पैसा कम हो जाएगा. 55 साल की उम्र में आपका पैसा ज्यादातर सरकारी बॉन्ड्स में होगा, शेयरों और कंपनियों के बॉन्ड्स में सिर्फ 10% ही होगा. देश में पेंशन स्‍कीम खरीदने के लिए बहुत पैसा चाहिए होता है, क्योंकि पेंशन की दर कम है. इसलिए बहुत सारे सरकारी कर्मचारियों के लिए 50% पेंशन पाना मुश्किल हो सकता है. लेकिन अगर सरकार 50% पेंशन देने का वादा करती है तो यह सरकारी कर्मचारियों के लिए अच्छा होगा, क्योंकि ज्यादातर सरकारी कर्मचारी र‍िस्‍क लेना पसंद नहीं करते हैं.

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सवाल: क्या यह बदलाव ओपीएस से एक कदम पीछे की तरफ है?

जवाब: नहीं, ऐसा नहीं है नई पेंशन योजना यानी यूपीएस (UPS) भी एनपीएस (NPS) की तरह ही काम करेगी. लेकिन सरकार की तरफ से इसमें कुछ बदलाव क‍िया जा रहा है ताकि ज्यादा पैसा न खर्च करना पड़े. सरकार सिर्फ यह काम करेगी क‍ि अगर आपका पैसा बाजार में कम हो गया तो वह आपको 50% पेंशन देने के लिए बाकी का पैसा देगी. इसके अलावा, जो लोग 10 साल तक काम करते हैं, उन्हें कम से कम 10,000 रुपये महीने की पेंशन मिलेगी. इसके अलावा रिटायर होने पर एकमुश्‍त पैसे का भी फायदा म‍िलेगा. सरकारी कर्मचारियों को महंगाई का भी डर नहीं होगा, जबकि प्राइवेट सेक्टर में काम करने वालों को महंगाई का असर पड़ता है.

सवाल: क्या यूपीएस वित्त रहित है?

जवाब: 'ओल्‍ड पेंशन स्‍कीम (OPS) में सरकार पैसा पहले से नहीं रखती थी. लेकिन यून‍िफाइड पेंशन स्‍कीम (UPS) एन्‍युटी बेस्‍ड कैलकुलेशन पर आधार‍ित पेंशन स्‍कीम है. यून‍िफाइड पेंशन स्‍कीम (UPS) में सरकार पहले यह हिसाब लगाएगी कि आगे क‍ितने पैसे की जरूरत होगी. सोमानथन ने बताया क‍ि यह हिसाब हर तीन साल में क‍िया जाएगा.

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