Electoral Bonds Donor to BJP: पॉलिटिकल पार्टियों को आखिर कहां से करोड़ों का चंदा मिलता है... क्या आपको पता है? वैसे तो कई कंपनियों की तरफ से इन पार्टियों को चंदा मिलता है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी कंपनियों के बारे में बताएंगे, जिसने बीजेपी को सबसे ज्यादा चंदा दिया है. राजनीतिक दलों के लिए सबसे ज्यादा कीमत के बॉन्ड खरीदने वाली कंपनी फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज़ है, लेकिन अब हम आपको उन कंपनियों का नाम बता रहे हैं, जिसने सबसे ज्यादा बीजेपी को चंदा दिया है.
चुनावी बॉन्ड की सबसे बड़ा लाभार्थी ग्रुप बीजेपी को मेघा इंजीनियरिंग, फ्यूचर गेमिंग और रिलायंस से संबंधित क्विक सप्लाई जैसे कई कोरपोरेट ग्रुप और व्यक्तियों से चंदा मिला है. पार्टि को चुनावी बॉन्ड से पिछले 4 सालों में 6000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का चंदा मिला है.
मेघा इंजीनियरिंग ने दिया584 करोड़ का चंदा
निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किये गये आंकड़े के मुताबिक, बीजेपी को हैदराबाद की मेघा इंजीनियरिंग ने 584 करोड़ रुपये, क्विक सप्लाई ने 395 करोड़ रुपये और फ्यूचर गेमिंग ने 100 करोड़ रुपये चंदा मिला है. आइए आज हम आपको इस मेघा इंजीनियरिंग कंपनी के बारे में बताते है, जिसने बीजेपी को सबसे ज्यादा चंदा दिया है.
5 साल में दिए 966 करोड़ के बॉन्ड
हैदराबाद स्थित मेघा इंजीनियरिंग ने पांच साल के समय में कुल 966 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे हैं. यह कंपनी सिंचाई, परिवहन, बिजली जैसे कई क्षेत्र में कारोबार करती है.
बीजेपी को इन कंपनियों से भी मिला मोटा चंदा
बीजेपी को केवेंटर्स फुड पार्क, एमकेजी इंटरप्राइजेज और मदनलाल लिमिटेड से भी 346 करोड़ रुपये चंदा मिला है. तीनों कंपनियों का पता कोलकाता में एक ही है. वेदांता ने पार्टी को 226 करोड़ रुपये और हल्दिया इनर्जी ने 81 करोड़ रुपये चंदा दिया.
वेदांता ने कांग्रेस को भी 125 करोड़ रुपये चंदा दिया. इस विपक्षी दल को वेस्टर्न यूपी पावर एंड ट्रांसमिशन, एमकेजे इंटरप्राइजेज और यशोदा सुपर स्पेलियटी हॉस्पीटल्स से भी चंदा मिला.
बीजेपी को भी वेस्टर्न यूपी पावर एंड ट्रांसमिशन कंपनी से 80 करोड़ रुपये और वेलस्पुन से 42 करोड़ रुपये चंदा मिला. ये कंपनी मुख्य तौर पर सरकारी प्रोजेक्ट्स पर काम करती है. तेलंगाना में कलेश्वरम उपसा सिंचाई परियोजना के मुख्य भाग का निर्माण इसी कंपनी ने किया है.
कौन है ये मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड?
इस कंपनी का पूरा नाम मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) है. इस कंपनी की शुरुआत 1989 में हुई थी, फिल साल 2006 में यह मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी बन गई. इस कंपनी की शुरुआत एक छोटी कॉन्ट्रैक्टिंग कंपनी के रूप में हुई थी. फिलहाल अब यह देश की सबसे बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों के रूप में उभरकर सामने आई है. यह कंपनी मुख्य रूप से सरकारी प्रोजेक्ट्स पर काम करती है. इस समय कंपनी लगभग 15 राज्यों में अपना कारोबार कर रही है. कंपनी ने सिंचाई, परिवहन, बिजली जैसे कई एरिया में अपने कारोबार का विस्तार किया है. इस समय यह कंपनी ओलेक्ट्रा इलेक्ट्रिक बस के निर्माण का भी काम कर रही है.