Jack Ma Business Plan: चीन के मशहूर कारोबारी जैक मा (Jack Ma) की गिनती कभी एशिया के सबसे अमीर शख्स के रूप में होती थी. दौलत के मामले में एक समय वह मुकेश अंबानी और गौतम अडानी से भी आगे थे. लेकिन पिछले दिनों उनके बिजनेस पर चीन की सरकार की तरफ से पाबंदियां लगाने के बाद उनका कारोबारी साम्राज्य तेजी से नीचे आया. जैक मा पर आए हालिया अपडेट के बाद उनके रिटायरमेंट के बाद के प्लान को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. चाइना डेली की रिपोर्ट के अनुसार जैक मा नया बिजनेस शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं.
कार्रवाई बढ़ी तो लोगों की नजरों से दूर हो गए जैक मा
जैक मा ने सरकार की कार्रवाई के बीच पब्लिक लाइफ से अपने कदम पीछे खींच लिये थे. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने अब हांग्जो नामक छोटी कंपनी में 10 मिलियन युआन (करीब 11.6 करोड़ रुपये) का शुरुआती निवेश किया है. यह कंपनी फूड बिजनेस से जुड़ा काम करती है. साल 2020 से जब बीजिंग ने जैक मा की कंपनियों, अलीबाबा और एंट ग्रुप पर पाबंदियां बढ़ाईं तो उनके भविष्य को लेकर काफी अटकलें लगाई गईं. चीन में कार्रवाई होने के बाद वह धीरे-धीरे लोगों की नजरों से दूर हो गए.
सार्वजनिक जीवन में वापसी का संकेत दिया
इसके बाद जैक मा ने कम्युनिस्ट पार्टी की 'कॉमन प्रॉस्पेरिटी' पहल के साथ तालमेल बैठाते हुए अपने फाउंडेशन के जरिये एग्रीकल्चर एक्टिविटी की दिशा में अपनी कोशिशें शुरू कीं. हाल ही में एक स्कूल में जैक मा को देखे जाने के बाद उन्होंने सार्वजनिक जीवन में वापसी का संकेत दिया है. उन्होंने अपना जीवन मुख्य रूप से एग्रीकल्चर और एजुकेशन से जुड़े प्रोजेक्ट के लिए दिया है. उनके नए प्रोजेक्ट के बारे में अभी ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन माना जा रहा है कि वह फिर से कारोबारी गतिविधियों को बढ़ाने पर फोकस कर रहे हैं.
61.7 बिलियन डॉलर की थी दौलत
तीन साल पहले की ही बात है जब जैक मा ने 61.7 बिलियन डॉलर की चौंका देने वाली संपत्ति के साथ एशिया के सबसे अमीर शख्स का खिताब अपने नाम किया था. उस समय वह मुकेश अंबानी, रतन टाटा और गौतम अडानी से भी ज्यादा अमीर थे. हालांकि चीजें तेजी से बदलीं और आज उनकी संपत्ति करीब 24 बिलियन डॉलर है. चीन के हांगझू में 1964 में जन्मे जैक मा ने शुरुआती जिंदगी में काफी चुनौतियों का सामना किया. 1995 में उनकी लाइफ में एक परिवर्तनकारी मोड़ आया और उन्होंने अपने इंटरनेट से जुड़े बिजनेस की शुरुआत की. 1999 में उन्होंने चीनी निर्माताओं को दुनियाभर से जोड़ने के लिए अलीबाबा की स्थापना की.
जैक मा ने 1999 में अपने 17 दोस्तों के साथ मिलकर अलीबाबा की शुरुआत की थी. शुरुआत में उनकी कंपनी को और उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. लेकिन जल्द ही उनके बिजने में ग्रोथ आने के बाद उन्हें निवेशक और लोन मिलते गए. एक समय अलीबाबा का वैल्यूएशन 214.55 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया था. इतना ही नहीं अलीबाबा की गिनती दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनियों में की जाने लगी. इतना ही नहीं जैक मा ने एशिया के सबसे अमीर शख्स के रूप में अपनी पहचान बनाई.