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स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए सरकार की नई मुहिम, इंटरप्रेन्योर बनने के लिए नौकरी छोड़ने पर देगी 25 हजार रुपये महीना

Karnataka government: शायद यह देश में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है जहां कोई व्यक्ति इंटरप्रेन्योर बनने के लिए अपनी नौकरी छोड़ता है तो एक वर्ष तक प्रति माह 25 हजार रुपये दिए जाएंगे.  

स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए सरकार की नई मुहिम, इंटरप्रेन्योर बनने के लिए नौकरी छोड़ने पर देगी 25 हजार रुपये महीना
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Sudeep Kumar|Updated: Aug 10, 2024, 02:34 PM IST

Karnataka government startup initiative: कर्नाटक सरकार इंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए अपनी नौकरी छोड़ने वाले लोगों को सपोर्ट करने के लिए एक वर्ष तक 25 हजार रुपये प्रति महीना देगी. कर्नाटक के आईटी-बीटी मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा है कि वे स्टार्टअप के लिए सेक्टर-विशिष्ट कॉरिडोर पेश करेंगे जिसमें बेंगलुरु के सहयोगी शहर के रूप में सैन फ्रांसिस्को के साथ एक एआई कॉरिडोर भी शामिल है.

शुक्रवार को एक कॉन्क्लेव में बोलते हुए प्रियांक खड़गे ने कहा कि हम जल्द ही एक इंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम शुरू कर रहे हैं. शायद यह देश में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है जहां कोई व्यक्ति इंटरप्रेन्योर बनने के लिए अपनी नौकरी छोड़ता है. ऐसे लोगों को हम एक वर्ष तक प्रति माह 25 हजार रुपये का वजीफा देंगे. महंगाई को देखते हुए यह एक छोटी राशि है लेकिन कम से कम हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके घरेलू खर्चों का ध्यान रखा जाए.

कर्नाटक सरकार होगी पहली ग्राहक

कर्नाटक सरकार के एलिवेट कार्यक्रम की सफलता पर उन्होंने कहा कि यह स्टार्टअप के लिए सबसे पसंदीदा योजना है. इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यदि स्टार्टअप कर्नाटक सरकार के साथ रजिस्टर्ड है और एलिवेट कार्यक्रम में भाग लिया है और जीता है तो कर्नाटक सरकार आपकी पहली ग्राहक होगी.

2024-25 के बजट में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने राजीव गांधी उद्यमिता कार्यक्रम (आरजीईपी) शुरू करने का प्रस्ताव रखा है. आईटी-बीटी विभाग के अधिकारियों के अनुसार, आरजीईपी विज्ञान या इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि वाले युवा उद्यमियों के लिए बनाया गया है. उन्हें के-टेक इनोवेशन हब से मार्गदर्शन के साथ 12 महीनों के लिए 25000 रुपये का मासिक वजीफा मिलेगा.

इनोवेशन इंडेक्स में कर्नाटक नंबर 1: प्रियांक खड़गे

कर्नाटक के आईटी-बीटी मंत्री प्रियांक खड़गे ने आगे कहा कि अन्य राज्यों के कई उद्यमियों ने भी इस सपोर्टिव इकोसिस्मट का हिस्सा बनने के लिए कर्नाटक में अपने बिजनेस को रजिस्टर्ड किया है. बेंगलुरु ऐसे ही रातोंरात दुनिया का चौथा सबसे बड़ा टैक्नोलॉजी क्लस्टर नहीं बन गया है. हम मुख्य रूप से बैक-ऑफिस ऑपरेशन और आईटी-सक्षम सेवाओं से रिसर्च और डेवलपमेंट में भी अग्रणी बने हुए हैं. इससे महत्वपूर्ण इनोवेशन और इंवेंशन को बढ़ावा मिला है. इनोवेशन इंडेक्स में कर्नाटक नंबर 1 स्थान पर है. इसके अलावा सर्विस सेक्टर में भी हम टॉप पर हैं.

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