Renewable Energy Market: अक्षय ऊर्जा बाजार (Renewable Energy Market) में भाग लेने वाले देशों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन अब तक सृजित अधिकांश नौकरियां (Jobs) अपेक्षाकृत कम संख्या में देशों (Countries) में हैं. 2020-21 में, भारत ने 863,000 हरित रोजगार सृजित किए, जिनमें से 217,000 सौर फोटोवोल्टिक वर्टिकल में और 414,000 जलविद्युत में थे. अंतरराष्ट्रीय अक्षय ऊर्जा एजेंसी और अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा प्रकाशित एक संयुक्त रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. रिपोर्ट का शीर्षक 'नवीकरणीय ऊर्जा और नौकरियां - वार्षिक समीक्षा 2022' .
इस अवधि के दौरान चीन, ब्राजील, अमेरिका और यूरोपीय संघ अन्य टॉप हरित रोजगार उत्पादक थे. यह संयुक्त रिपोर्ट चीन, ब्राजील, भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ के सदस्यों पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई प्रमुख देशों के साथ-साथ कुछ अन्य चयनित देशों के लिए रोजगार के आंकड़े प्रस्तुत करती है.
कुल मिलाकर, 2020-2021 में 12.7 मिलियन ग्रीन जॉब्स सृजित हुए, जिनमें से चीन ने पिछले वर्ष 4.7 मिलियन से 5.4 मिलियन नौकरियां पैदा कीं. संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि अक्षय ऊर्जा रोजगार का बड़ा हिस्सा एशियाई देशों में है, जो 2021 में इन नौकरियों का 63.6 प्रतिशत हिस्सा था.
पीवी में नौकरियां सबसे आगे
2021 में सौर फोटोवोल्टिक (पीवी) में नौकरियां के लिहास से सबसे तेजी से बढ़ता क्षेत्र है, जो कुल अक्षय ऊर्जा कार्यबल के एक तिहाई से अधिक के लिए जिम्मेदार है. भारत ने 2021 में 10.3 गीगावॉट सौर पीवी क्षमता जोड़ी, जो 2020 में स्थापित 4.2 गीगावॉट से अधिक है.
संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत सरकार ने अप्रैल 2022 से प्रभावी सभी मॉड्यूल पर 40 प्रतिशत और सभी सेल पर 25 प्रतिशत का आयात शुल्क लगाया, जो चीन और मलेशिया से पीवी आयात पर लगाए गए 15 प्रतिशत सुरक्षा शुल्क की जगह है. इसने उच्च दक्षता वाले मॉड्यूल के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए एक उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना भी शुरू की. यह उन परियोजना डेवलपर्स के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है जो मूल्य श्रृंखला के साथ उत्पादन सुविधाएं स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
दुनिया भर में, सोलर वर्टिकल ने 2021 में एक नया रिकॉर्ड बनाया, जिसमें भारत सहित कई देशों ने नए वार्षिक रिकॉर्ड स्थापित करते हुए, 2020 में 125.6 GW से बढ़कर 132.8 GW सोलर PV क्षमता इंस्टॉलेशन का उत्पादन किया.
इसके अलावा, संयुक्त रिपोर्ट में 139 मिलियन के फ्रंट-लोडेड निवेश के साथ एक महत्वाकांक्षी ऊर्जा संक्रमण परिदृश्य के तहत 2030 तक अक्षय ऊर्जा में वैश्विक रोजगार का अनुमान है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 2030 तक 500 गीगावॉट गैर-जीवाश्म-ईंधन ऊर्जा स्रोतों के लक्ष्य से 34 लाख नए रोजगार के अवसर (छोटी या लंबी अवधि के) या लगभग 10 लाख प्रत्यक्ष पूर्णकालिक समकक्ष पैदा हो सकते हैं.
जलविद्युत क्षमता का विस्तार
जलविद्युत की बात करें तो, दुनिया भर में क्षमता में 25 GW का विस्तार हुआ, जिसमें अकेले चीन ने लगभग 21 GW जोड़ा. कनाडा, भारत और वियतनाम ने लगभग 1 GW जोड़ा, और यूरोपीय देशों ने लगभग 1.5 GW जोड़ा. भारत में वैश्विक जलविद्युत रोजगार का लगभग 18 प्रतिशत हिस्सा है, इसके बाद ब्राजील, वियतनाम, पाकिस्तान, संयुक्त राज्य अमेरिका, रूसी संघ और कोलंबिया का स्थान है.
(इनपुट - ANI)
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