New credit card rules: देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने क्रेडिट कार्ड के लिए लॉयल्टी प्रोग्राम में बदलाव किया है. इसके अलावा IDFC FIRST बैंक ने क्रेडिट कार्ड पेमेंट के नियमों में मिनिमम अमांउट ड्यू (MAD) और पेमेंट ड्यू डेट जैसे बड़े बदलाव किए हैं.
नए नियम 1 सितंबर 2024 से प्रभावी होंगे. नए नियमों के बारे में बैंकों ने कस्टमर्स को ईमेल के जरिये इसकी जानकारी दी है.
IDFC फर्स्ट बैंक क्रेडिट कार्ड के नए नियम?
IDFC फर्स्ट बैंक ने अपने क्रेडिट कार्ड भुगतान शर्तों जैसे न्यूनतम देय राशि (एमएडी) और भुगतान देय तिथि में महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है. न्यूनतम देय राशि यानी एमएडी 1 सितंबर 2024 से 5% से घटकर 2% हो जाएगा.
न्यूनतम देय राशि वह राशि है जिसे पेमेंट कर क्रेडिट कार्ड के लेट फाइन पेनल्टी से बचा जाता है. इसके अलावा बैंक ने पेमेंट डेट में बदलाव किया है. अब कस्टमर्स को स्टेटमेंट जनरेट होने की तारीख से 15 दिन के अंदर भुगतान करना होगा. इससे पहले यह 18 दिन था.
HDFC बैंक क्रेडिट कार्ड लॉयल्टी प्रोग्राम नियमों में बदलाव
HDFC बैंक ने स्पेशल क्रेडिट कार्ड पर क्रेडिट कार्ड लॉयल्टी प्रोग्राम में बदलाव किया है. नए नियम के अनुसार, यूटिलिटी लेनदेन पर रिवॉर्ड पॉइंट्स अब प्रत्येक महीना 2000 से ज्यादा नहीं क्रेडिट किया जा सकता है.
इसके अलावा टेलीकॉम और केबल बिल पर रिवॉर्ड पॉइंट्स को भी प्रत्येक महीना 2000 रिवॉर्ड पॉइंट्स पर सीमित किया जाएगा. CRED, Cheq, MobiKwik और थर्ड पार्टी ऐप्स के माध्यम से किए गए एजुकेशन बिल पर रिवॉर्ड पॉइंट नहीं मिलेंगे.
हालांकि, सीधे कॉलेज/स्कूल वेबसाइटों या उनकी पीओएस मशीनों के माध्यम से किए गए पेमेंट पर रिवार्ड पॉइंट मिलेंगे. वॉलेट लोडिंग और आसान ईएमआई लेनदेन पर रिवॉर्ड पॉइंट नहीं मिलेंगे.
रेंटल ट्रांजेक्शन पर लगेगा चार्ज
इसके अलावा यदि आप रेंटल ट्रांजेक्शन करने के लिए CRED, PayTM, Cheq, MobiKwik, Freecharge या अन्य कोई थर्ड पार्टी एप्स का इस्तेमाल करते हैं तो लेनदेन राशि पर 1% शुल्क लिया जाएगा. यदि आप 15000 रुपये से कम का फ्यूल ट्रांजेक्शन करते हैं तो कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा. यदि इससे ज्यादा खर्च करते हैं तो प्रत्येक लेनदेन पर 1 प्रतिशत का शुल्क लिया जाएगा.