Gautam Adani Networth: गौतम अडानी और उनके ग्रुप के लिए भले ही साल 2023 कई मायनों में अच्छा नहीं रहा. 2023 की शुरुआत में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद उनकी कंपनियों के मार्केट कैप में भारी गिरावट देखी गई थी. लेकिन साल 2024 की शुरुआत उनके लिए शानदार साबित हुई है. सुप्रीम कोर्ट की तरफ से अडानी-हिंडनबर्ग केस में एसआईटी को जांच सौंपने से साफ इनकार कर दिया है. साथ ही सेबी को बाकी दो जांच के लिए तीन महीने का समय दिया गया. सेबी की तरफ से बताया गया अडानी-हिंडबर्ग मामले से जुड़ी 22 जांच पूरी हो चुकी हैं. इस पूरे मामले पर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से कहा गया कि बिना पुख्ता आधार के जांच SEBI से ट्रांसफर करने का कोई आधार नहीं है. मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर SEBI की जांच पर संदेह करना भी सही नहीं है.
फैसला आने से पहले ही ग्रुप के शेयरों में तेजी
सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले अडानी ग्रुप के शेयरों में तेजी देखी गई. हालांकि बाद में शेयरों की तेजी रफ्तार पहले के मुकाबले कम हुई. शेयरों में आई तेजी से अडानी ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप बढ़कर 15 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया. अडानी ग्रुप की हर कंपनी का शेयर हरे निशान के साथ कारोबार कर रहा है. कारोबारी सत्र की शुरुआत में कंपनियों शेयर में 16 परसेंट तक की तेजी देखी गई. इतना ही नहीं अडानी टोटल गैस के शेयर में 10 प्रतिशत की तेजी के साथ ही अपर सर्किट लग गया. एनडीटीवी का शेयर भी 11 प्रतिशत से ज्यादा चढ़ गया.
ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में बढ़ा दबदबा
इसके अलावा ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स पर भी गौतम अडानी की संपत्ति में इजाफा देखा गया है. उनकी संपत्ति में पिछले 24 घंटे में 1.63 बिलियन डॉलर का इजाफा देखा गया और यह बढ़कर 85.9 बिलियन डॉलर पर पहुंच गई. वह इस लिस्ट में 15वें नंबर पर ही कायम हैं. बुधवार को अडानी के ग्रुप के शेयरों में आई तेजी से उनका ग्लोबल मार्केट में रुतबा और बढ़ने का आसार है. उनकी संपत्ति में यह तेजी तब देखी गई जब ब्लूमबर्ग की तरफ से जारी किये गए 2 दिसंबर के आंकड़ों में दुनियाभर के टॉप 10 अरबपतियों में से 9 की संपत्ति नीचे गिरी है. इस लिस्ट के आंकड़ों के अनुसार मुकेश अंबानी की संपत्ति में भी 867 मिलियन डॉलर का इजाफा हुआ है.
सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?
सेबी की तरफ से अदालत को बताया गया कि इस मामले में 22 जांच पूरी हो चुकी हैं, दो अभी बाकी हैं. इसके बाद शीर्ष अदालत ने जांच पूरी करने के लिए तीन महीने का समय आगे बढ़ा दिया. साथ ही उस याचिका को भी अदालत ने खारिज कर दिया जिसमें सेबी की बजाय SIT को जांच सौंपने की अपील की गई थी. अदालत ने कहा कि SEBI के कामकाज पर कोई सवाल नहीं है. सेबी के काम में एक्सपर्ट ग्रुप की तरफ से किसी प्रकार की खामी नहीं पाई गई. मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर SEBI की जांच पर संदेह करना या किसी निष्कर्ष पर पहुंचना सही नहीं. यह भी कहा कि हितों के टकराव की याचिकाकर्त्ता की दलील बेमानी है.
10 में से 9 अरबपतियों को झटका
साल का पहला दिन मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के लिए भले ही अच्छा रहा हो. लेकिन दुनियाभर के 10 में से 9 अरबपतियों की संपत्ति में गिरावट आई है. केवल वॉरेट बफेट की संपत्ति में 1.56 बिलियन डॉलर की बढ़त हुई है और उनकी संपत्ति 121 बिलियन डॉलर हो गई है. एलन मस्क की नेटवर्थ 1.85 बिलियन डॉलर गिरकर 227 बिलियन डॉलर रह गई. जेफ बेजोस को 2.04 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है और उनकी दौलत घटकर 175 बिलियन डॉलर रह गई. बर्नाड अर्नाल्ट की संपत्ति में सबसे ज्यादा 6.11 बिलियन डॉलर की कमी आई है और 173 बिलियन डॉलर पर पहुंच गए. बिलगेट्स को इस समय 617 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है. स्टीव वॉलमर को 1.68 बिलियन डॉलर और मार्क जुकरबर्ग को 2.71 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है.
...जब 60 अरब डॉलर घटी थी नेटवर्थ
24 जनवरी 2023 को शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की तरफ से अडानी ग्रुप की कंपनियों में कथित गड़बड़ी का आरोप लगाया गया था. इसके बाद ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों में तेजी से गिरावट देखी गई और ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की नेटवर्थ 60 अरब डॉलर तक कम हो गई थी. इसका असर अडानी के ग्लोबल रुतबे पर भी पड़ा था और वह अरबपतियों की लिस्ट में टॉप 20 से बाहर हो गए. हालांकि बाद में शेयरों में रिकवरी से उनकी संपत्ति बढ़ी. 2023 में ही अडानी ग्रुप ने 41,500 करोड़ रुपये इक्विटी के जरिये जुटाए हैं और इससे दोगुनी राशि डेट मार्केट से जुटाई है. अब वह अरबपतियों की लिस्ट में 15वें नंबर पर हैं. पिछले दिनों पर 14वें नंबर पर भी पहुंच गए थे.