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Diwali Sweet: संभल जाओ! दिवाली के दौरान बेची मिलावटी मिठाई तो खैर नहीं, सरकार कर रही ये काम

Diwali 2023: दिवाली का त्योहार आने वाला है. दिवाली के त्योहार पर लोग काफी खरीदारी करते हैं और अपने रिश्तेदारों से भी मिलते हैं. इस दौरान अपने जानने वालों को मिठाई भी देते हैं. हालांकि अब मिठाई को लेकर एक अहम अपडेट सामने आया है. आइए जानते हैं इसके बारे में...

Diwali Sweet: संभल जाओ! दिवाली के दौरान बेची मिलावटी मिठाई तो खैर नहीं, सरकार कर रही ये काम
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Himanshu Kothari|Updated: Oct 31, 2023, 02:38 PM IST

Diwali Date and Time: दिवाली का त्योहार देश में काफी धूमधाम से मनाया जाता है. भारत में सबसे बड़े त्योहार के तौर पर दिवाली को जाना जाता है. इस दौरान लोग एक-दूसरे से खुशियां बांटते हैं. दिवाली के मौके पर बाजार से लोग मिठाई भी खरीदते हैं. हालांकि कई बार दुकानदार दिवाली के मौके पर निकली मिठाई भी बेचते हैं. ऐसे में लोगों को इससे बचकर रहना होगा और सरकार भी निकली मिठाई को लेकर कदम उठा रही है.

मिलावट की जांच

दिवाली के त्योहार दौरान मिठाइयों में मिलावट की जांच करने के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने देशभर में अपने 4,000 राज्य स्तरीय अधिकारियों को मिठाई खुदरा विक्रेताओं और बनाने वालों की निगरानी तेज करने का निर्देश दिया है. भारत में सबसे अधिक मिलावट दूध में की जाती है और अधिकतर मिठाइयां दूध के उत्पादों से ही बनाई जाती हैं.

मिठाई की बढ़ जाती है खपत

एफएसएसएआई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जी. कमला वर्धन राव ने कहा, ‘‘ आमतौर पर दिवाली के त्योहार पर मिठाइयों की खपत बढ़ जाती है. हमने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अपने अधिकारियों को मिठाइयों में मिलावट की जांच के लिए निगरानी तेज करने का निर्देश दिया है.’’ उन्होंने कहा कि राज्य के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को दुकानों का निरीक्षण करने और गुणवत्ता की जांच के लिए नमूने एकत्र करने के लिए कहा गया है. उनसे गुणवत्ता मानदंडों का अनुपालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को भी कहा गया है.

निगरानी नमूनों की संख्या बढ़ाई

इस बीच, एफएसएसएआई ने इस साल निगरानी नमूनों की संख्या बढ़ाकर एक लाख कर दी है और अगले साल यह बढ़कर सात लाख हो जाएगी. राव ने साथ ही बताया कि दूध और दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता की जांच करने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) और भारतीय गुणवत्ता परिषद के जरिए संयुक्त रूप से एक राष्ट्रीय सर्वेक्षण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण में करीब 10,000 नमूने एकत्र किए जाएंगे. यह सर्वेक्षण एक महीने में पूरा हो जाएगा. (इनपुट: भाषा)

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