trendingNow11549948
Hindi News >>बिजनेस
Advertisement

‘धोखाधड़ी को राष्ट्रवाद से ढंका नहीं जा सकता’ - अडानी के 413 पेजों के जवाब पर हिंडनबर्ग

Adani Group Vs Hindenburg: हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे, जिसके बाद ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में पिछले कुछ दिन में भारी गिरावट आई है.   अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के जवाब में रविवार को 413 पृष्ठ का ‘स्पष्टीकरण’ जारी किया है.

‘धोखाधड़ी को राष्ट्रवाद से ढंका नहीं जा सकता’ - अडानी के 413 पेजों के जवाब पर हिंडनबर्ग
Stop
Zee News Desk|Updated: Jan 30, 2023, 01:04 PM IST

Adani Group News: हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी  ग्रुप के इन आरोपों को खारिज कर दिया है कि ग्रुप के खिलाफ उसकी रिपोर्ट भारत पर हमला थी. हिंडनबर्ग रिसर्च ने सोमवार को कहा कि भारत एक जीवंत लोकतंत्र और उभरती महाशक्ति है और अडानी ग्रुप ‘व्यवस्थित लूट’ से भारत के भविष्य को रोक रहा है.

आरोपों पर अडानी ग्रुप का स्पष्टीकरण
बता दें हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे, जिसके बाद ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में पिछले कुछ दिन में भारी गिरावट आई है.   अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के जवाब में रविवार को 413 पृष्ठ का ‘स्पष्टीकरण’ जारी किया है.

हिंडनबर्ग रिसर्च अपनी रिपोर्ट पर कायम
वहीं दूसरी तरफ हिंडनबर्ग रिसर्च अपनी रिपोर्ट पर कायम है. इस रिपोर्ट में कहा गया था कि दो साल की जांच में पता चला है कि अडानी ग्रुप दशकों से शेयरों में गड़बड़ी और लेखे-जोखे की हेराफेरी में शामिल रहा है.

हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा कि एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी के ग्रुप ने अपनी प्रतिक्रिया की शुरुआत इस दावे के साथ की कि हम ‘मैडॉफ ऑफ मैनहटन’ हैं. बर्नाड लॉरेंस मैडॉफ को पोंजी घोटाले में 2008 में गिरफ्तार कर 150 साल की सजा सुनाई गई थी.

भारत पर सोच-समझकर किया गया हमला
अडानी ग्रुप ने रविवार शाम को इन आरोपों के जवाब में कहा था कि यह हिंडनबर्ग द्वारा भारत पर सोच-समझकर किया गया हमला है. ग्रुप ने कहा था कि ये आरोप और कुछ नहीं सिर्फ ‘झूठ’ हैं.

अडानी ग्रुपने कहा था कि यह रिपोर्ट एक कृत्रिम बाजार बनाने की कोशिश है जिससे शेयरों के दाम नीचे लाकर अमेरिका की कंपनियों को वित्तीय लाभ पहुंचाया जा सके. ग्रुपने यह भी कहा था कि यह रिपोर्ट गलत तथ्यों पर आधारित निहित मंशा से जारी की गई है.

ग्रुपने कहा था, ‘यह केवल किसी विशिष्ट कंपनी पर एक अवांछित हमला नहीं है, बल्कि भारत, भारतीय संस्थाओं की स्वतंत्रता, अखंडता और गुणवत्ता, तथा भारत की विकास गाथा और महत्वाकांक्षाओं पर एक सुनियोजित हमला है.’

'धोखाधड़ी, धोखाधड़ी ही होती है'
हिंडनबर्ग रिसर्च ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि धोखाधड़ी, धोखाधड़ी ही होती है चाहे इसे दुनिया के सबसे अमीर आदमी ने अंजाम क्यों न दिया हो. हिंडनबर्ग ने कहा कि हमने अडानी ग्रुप से 88 विशेष सवाल किए थे जिनमें से ग्रुप62 का सही तरीके से जवाब देने में विफल रहा. शॉर्ट सेलिंग में विशेषज्ञता रखने वाली न्यूयॉर्क की एक छोटी सी कंपनी की रिपोर्ट के बाद सिर्फ दो कारोबारी सत्रों में अडानी  ग्रुपकी कंपनियों का बाजार मूल्यांकन 50 अरब डॉलर से अधिक घट गया है. अडानी  को खुद 20 अरब डॉलर का घाटा हुआ है. इस रिपोर्ट के बाद अडानी  की संपदा में करीब 20 प्रतिशत की कमी आई है.

(इनपुट - भाषा)

पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की जरूरत नहीं

 

 

Read More
{}{}