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Total Demat Accounts: शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों के ल‍िए खुशखबरी, ढाई साल में हो गया यह चमत्‍कार

Total Demat Accounts in 2022 : देश में कुल डीमैट अकाउंट का नंबर बढ़कर 10.05 करोड़ हो गया. जानकारों का कहना है क‍ि इसमें खुदरा निवेशकों का सबसे ज्‍यादा योगदान है. यही कारण है क‍ि देश में खुदरा निवेशकों की संख्या में लगातार बढ़ रही है.

Total Demat Accounts: शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों के ल‍िए खुशखबरी, ढाई साल में हो गया यह चमत्‍कार
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Zee News Desk|Updated: Sep 07, 2022, 12:29 PM IST

Demat Accounts in India: अगर आप भी डीमैट अकाउंट के जर‍िये शेयर बाजार में पैसा लगाते हैं तो यह खबर आपको खुश कर देगी. जी हां, देश में पहली बार अगस्त 2022 में डीमैट खातों की संख्‍या 10 करोड़ के पार पहुंच गई है. इससे पता चलता है क‍ि शेयर बाजार में न‍िवेश करने वालों की संख्‍या द‍िन पर द‍िन बढ़ रही है. आने वाले समय में इससे अंदाजा लगाया जा सकता है क‍ि छ‍िट-पुट ग‍िरावट को छोड़ दें तो अभी कुछ साल तक शेयर बाजार में तेजी रहने वाली है. डिपॉजिटरी फर्म एनएसडीएल (NSDL) और सीडीएसएल (CDSL) के आंकड़ों में यह जानकारी म‍िली है.

अगस्त में 22 लाख अकाउंट खुले
एनएसडीएल (NSDL) और सीडीएसएल (CDSL) की तरफ से म‍िली जानकारी के अनुसार अगस्त में 22 लाख नए डीमैट अकाउंट खोले गए. यह संख्‍या प‍िछले चार महीने में सबसे ज्‍यादा है. इसके साथ देश में कुल डीमैट अकाउंट का नंबर बढ़कर 10.05 करोड़ हो गया. जानकारों का कहना है क‍ि इसमें खुदरा निवेशकों का सबसे ज्‍यादा योगदान है. यही कारण है क‍ि देश में खुदरा निवेशकों की संख्या में लगातार बढ़ रही है.

ढाई साल में ढाई गुना हो गए डीमैट अकाउंट
आपको बता दें मार्च 2020 तक देश में कुल 4.09 करोड़ डीमैट अकाउंट थे. ढाई साल से भी कम समय में 6 करोड़ डीमैट अकाउंट बढ़ गए. यानी इस दौरान डीमैट अकाउंट की संख्‍या ढाई गुनी हो गई. डीमैट खाता की लगातार बढ़ती संख्‍या से यह साफ है क‍ि देश में स्‍टॉक मार्केट में न‍िवेश करने वालों की संख्‍या लगातार बढ़ रही है.

क्या है डीमैट अकाउंट?
ज‍िन खातों में शेयर और सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक रूप से रखा जाता है, उसे ही डीमैट अकाउंट कहते हैं. यद‍ि आप शेयर बाजार में ट्रेड‍िंग यानी सेंसेक्स व निफ्टी से शेयर खरीदने / बेचने चाहते हैं तो इसके ल‍िए आपको सबसे पहले डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ेगी. डीमैट अकाउंट के अलावा आप क‍िसी तरह से शेयर को खरीद या बेच नहीं सकते.

निवेशकों का बढ़ना अच्छा संकेत
जानकार कहते हैं क‍ि डीमैट अकाउंट की लगातार बढ़ती संख्‍या से खुदरा निवेशकों की बाजार में हिस्सेदारी बढ़ने का इशारा है. खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़ने से विदेशी निवेशकों पर निर्भरता घटेगी. इससे भारतीय शेयर बाजार में मजबूती आएगी और बाजार के बड़े उतार-चढ़ाव को भव‍िष्‍य में कम क‍िया जा सकेगा.

क्यों बढ़े डीमैट अकाउंट
दरअसल, साल 2020 के दौरान कोरोना महामारी में लॉकडाउन होने के कारण लोगों को अपेक्षाकृत ज्‍यादा खाली समय मिला. लोगों ने इस दौरान वर्क फ्रॉम होम क‍िया और घर में ही रहे. ऐसे में डीमैट अकाउंट को घर बैठकर आसानी से खोलने की सुविधा मिली. साथ ही इस दौरान कुछ शेयर ने बंपर र‍िटर्न द‍िया, ज‍िससे न‍िवेशकों का ध्‍यान शेयर बाजार की तरफ आकर्ष‍ित हुआ.

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