China Economy: कोविड के बाद से चीन की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर चुकी है. चीन का रियल एस्टेट जो उसकी इकोनॉमी का सबसे मजबूत आदार है वो लड़खड़ा गया है. चीन के रियल एस्टेट की गिरती इकोनॉमी ने देश की आयात-निर्यात से लेकर मेन्युफैक्टरिंग, बैंकिंग सेक्टर को प्रभावित किया है. बढ़ती बेरोजगारी और बूढ़ी होती जनसंख्या ने चीन की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है. चीनी सरकार के कारोबार में बढ़ते दखल के चलते विदेशी कंपनियां चीन से दूरी बनाने लगी है. वहीं गिरते शेयर बाजार के चलते विदेशी निवेशकों ने चीन से पैसा निकालना शुरू कर दिया. हालांकि चीनी सरकार की लगातार कोशिशों के चलते चीन की अर्थव्यवस्था में सुधार दिखने लगा है.
चीन के सुधर रहे हालात
चीन के विनिर्माण और निवेश में 2024 के पहले दो महीनों में सुधार हुआ है, जबकि रियल एस्टेट क्षेत्र अभी भी कमजोर बना हुआ है. चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो ने सोमवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी। रिपोर्ट में कहा गया कि जनवरी-फरवरी में औद्योगिक उत्पादन सालाना आधार पर सात प्रतिशत बढ़ा.यह आंकड़ा विश्लेषकों के अनुमान से बेहतर है. इस दौरान कारखानों और उपकरणों पर खर्च 4.2 प्रतिशत बढ़ गया.
दूसरी ओर जनवरी-फरवरी में रियल एस्टेट क्षेत्र सुस्त रहा और इसमें पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले नौ प्रतिशत की गिरावट हुई. राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के प्रवक्ता लियू एहुआ ने संवाददाताओं से कहा कि संपत्ति बाजार अभी भी समायोजन और बदलाव के दौर से गुजर रहा है, लेकिन इस महीने की शुरुआत में चीन के वार्षिक विधायी सत्र में घोषित नीतियों से स्थिर और स्वस्थ वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा.इन नीतियों में डेवलपर्स के लिए वित्तपोषण बढ़ाने और अधिक किफायती आवास बनाने की बात शामिल है.
इनपुट: भाषा