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Best Mutual Fund: किस कैटेगरी के म्यूचुअल फंड पूरे करेंगे आपके अमीर बनने के सपने? फटाफट जानें कौनसा है सही

Investment Tips: इक्विटी ही एकमात्र ऐसी कैटेगरी है, जिसमें महंगाई को मात देकर बेहतर रिटर्न हासिल किया जा सकता है. म्यूचुअल फंड में इक्विटी के अलावा भी कई योजनाएं हैं, जिनमें निवेश किया जा सकता है और अलग-अलग फायदे उठाए जा सकते हैं.

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Himanshu Kothari|Updated: Nov 05, 2022, 12:04 PM IST

Top Mutual Fund: म्यूचुअल फंड में निवेश करने से समय के साथ बढ़िया रिटर्न हासिल किया जा सकता है. म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) लंबी अवधि में बेहतर लाभ कमाने के लिए व्यवस्थित निवेश योजना (SIP) का विकल्प मुहैया करवाते हैं और उसके माध्यम से इक्विटी से जुड़ी योजनाओं में निवेश करने वाले नियमित निवेशकों के लिए अवसर भी प्रदान करते हैं. वहीं म्यूचुअल फंड में इक्विटी के अलावा भी कई योजनाएं हैं, जिनमें निवेश किया जा सकता है और अलग-अलग फायदे उठाए जा सकते हैं.

एमएफ योजनाओं की कुछ कैटेगरी इस प्रकार से है...

Equity Fund
इक्विटी फंड या इक्विटी-ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड योजनाओं में किसी भी समय इक्विटी या इक्विटी से संबंधित उपकरणों में कम से कम 65 प्रतिशत निवेश होता है, जिसे 100 प्रतिशत तक बढ़ाया जा सकता है. उच्च इक्विटी एक्सपोजर के कारण, ऐसे फंड बाजार के उतार-चढ़ाव से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं और उन्हें बहुत जोखिम भरा माना जाता है. हालांकि, निवेश की गई पूंजी में अल्पकालिक उतार-चढ़ाव को झेलकर, निवेशक लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकता है.

वहीं इक्विटी ही एकमात्र ऐसी कैटेगरी है, जिसमें महंगाई को मात देकर बेहतर रिटर्न हासिल किया जा सकता है. इक्विटी फंड के पोर्टफोलियो में ज्यादातर विभिन्न कंपनियों के स्टॉक और इक्विटी से संबंधित इंस्ट्रूमेंट्स शामिल होते हैं. इक्विटी फंड में निवेश करने के लिए तीन साल से ज्यादा की अवधि चुननी चाहिए. निवेश की अवधि जितनी अधिक होगी, जोखिम कम होगा और बेहतर रिटर्न हासिल करने की संभावना अधिक होगी.

ELSS
इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) इक्विटी फंड की एक विशेष सब-कैटेगरी है जो निवेशकों को आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट प्रदान करती है, लेकिन इसमें 3 साल की लॉक इन अवधि होती है. ईएलएसएस की अन्य विशेषताएं इक्विटी फंड के समान हैं.

Debt Funds
Debt Funds या Debt-Oriented म्यूचुअल फंड योजनाओं में किसी भी समय Debt Securities or Debt संबंधित इंस्ट्रूमेंट्स में कम से कम 65 प्रतिशत निवेश होता है, जिसे 100 प्रतिशत तक बढ़ाया जा सकता है. बहुत कम या शून्य इक्विटी एक्सपोजर के कारण, ऐसे फंड बाजार के उतार-चढ़ाव से कम से कम प्रभावित होते हैं और उन्हें सुरक्षित माना जाता है. इसमें सरकारी प्रतिभूतियां, ट्रेजरी बिल, जमा प्रमाणपत्र, वाणिज्यिक पत्र आदि शामिल होते हैं. आमतौर पर इन फंड का इस्तेमाल 1-3 साल के लिए पैसा लगाने के लिए किया जा सकता है.

Liquid Funds
लिक्विड फंड भी Debt Funds की कैटेगरी के अंतर्गत आते हैं और इसके पोर्टफोलियो में बहुत कम परिपक्वता अवधि वाले इंस्ट्रूमेंट्स होते हैं. इस तरह के फंड 1-60 दिनों की निवेश अवधि के लिए आदर्श होते हैं और ऐसे फंड का नेट एसेट वैल्यू (NAV) शनिवार और रविवार को भी निर्धारित किया जाता है. इसलिए, छुट्टियों में भी रिडेम्प्शन संभव है. अन्य विशेषताएं Debt Fund के समान हैं.

Hybrid Funds
कम जोखिम के साथ इक्विटी रिटर्न प्रदान करने के उद्देश्य से हाइब्रिड फंड Equity और Debt इंस्ट्रूमेंट दोनों में निवेश करते हैं. हाइब्रिड फंडों के पोर्टफोलियो में स्टॉक, निश्चित आय के साधन और गोल्ड भी शामिल होता है. हाइब्रिड फंड का इस्तेमाल 3-5 साल की निवेश अवधि के लिए या लंबी अवधि के लिए भी किया जा सकता है.

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