Car Hazard Light Button: सड़क पर चलने वाले वाहन को काफी जोखिम होते हैं. इसीलिए कारों में कई एक्टिव और पैसिव सेफ्टी फीचर्स दिए जाते हैं. इन्हीं में से एक फीचर होता है, जिससे अन्य वाहनों को संभावित खतरे की चेतावनी दी जाती है. यह हैजर्ड लाइट्स से किया जाता है. इन लाइटों का उपयोग करना काफी आसान होता है लेकिन कई लोग इनका गलत इस्तेमाल करते हैं. चलिए, आपको बताते हैं कि हैजर्ड लाइट्स का कब इस्तेमाल करना चाहिए और कब नहीं करना चाहिए.
क्या होती हैं हैज़र्ड्स लाइट्स?
हैज़र्ड्स लाइट्स एक प्रकार की वॉर्निंग लाइट्स होती है, जिससे सड़क पर चलने वाले दूसरे वाहनों को सचेत होने का संकेत मिलता है कि उक्त वाहन किसी कारण से रुका हुआ है या किसी परेशानी में है, जो संभावित खतरा हो सकता है. हैज़र्ड्स लाइट्स को ऑन करने के लिए कार में हैज़र्ड्स लाइट्स बटन दिया गया होता है, जिससे दबाते ही हैज़र्ड्स लाइट्स ऑन हो जाती हैं और इसी बटन से हैज़र्ड्स लाइट्स को बंद किया जाता है. हैज़र्ड्स लाइट्स कार के अगले दोनों कोनों और पिछले दोनों कोनों पर होती हैं. ऑन होने यह ब्लिंक करती रहती हैं.
कब इस्तेमाल करें हैज़र्ड्स लाइट्स?
-- हैज़र्ड्स लाइट्स वार्निंग का उपयोग तब किया जाना जाहिए जब कार हाईवे या किसी सड़क के बाईं ओर सुरक्षित रूप से खड़ी (किसी भी कारण से) हो.
-- अगर आपको कार का टायर पिंचर हो गया हो, तब सड़कों के बाएं किनारे पर फ्लैट टायर बदलते समय हैज़र्ड्स लाइट्स वार्निंग का इस्तेमाल करना चाहिए.
-- वाहन के खराब होने के कारण सड़क पर रुके होने के दौरान भी हैज़र्ड्स लाइट्स वार्निंग ऑन रखनी चाहिए. इसके साथ ही, हैज़र्ड्स ट्राइएंगल भी लगा दें.
हैज़र्ड्स लाइट्स का इस्तेमाल कब न करें?
-- कार को मोड़ने के दौरन भी हैज़र्ड्स लाइट्स ऑन नहीं होनी चाहिए क्योंकि ज्यादातर कारों में हैज़र्ड्स लाइट्स ऑन होने पर टर्न इंडिकेटर्स काम नहीं करते हैं.
-- अंधेरी सुरंग में प्रवेश करते समय हैज़र्ड्स लाइट्स चालू करना भी अच्छा नहीं होता है.
एक और जरूरी बात
कुछ लोगों को लगता है कि कम विजिबिलिटी में हैज़र्ड्स लाइट्स का इस्तेमाल करना चाहिए. लेकिन, इसमें दो अलग-अलग राय हो सकती हैं. कुछ लोगों को यह सही लगता है लेकिन कुछ लोग इसी गलत भी मानते हैं.
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