Jhadu Ke Niyam: धार्मिक शास्त्रों में झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है. वहीं, वास्तु शास्त्र में भी झाड़ू का विशेष महत्व है. कहते हैं कि झाड़ू न सिर्फ घर की गंदगी और कूड़ा-कचरा दूर करने का काम करती है. बल्कि झाड़ू से घर की दरिद्रता को भी दूर किया जा सकता है. वास्तु शास्त्र में झाड़ू से जुड़े कई नियमों और उपायों के बारे में बताया गया है. इनका पालन करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में झाड़ू रखने, सही दिशा और सही तरीके का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. झाड़ू से जुड़ी छोटी सी गलती भी आपके लिए परेशानी का सबब बन सकती है. ऐसे में झाड़ू से जुड़े सभी नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है. वास्तु शास्त्र के अनुसार झाड़ू लगाने का उचित समय तय है, वहीं, शास्त्रों में झाड़ू न लगाने के समय के बारे में भी बताया गया है. जानें.
भूलकर भी न करें झाड़ू से जुड़ी ये गलतियां
- वास्तु शास्त्र में झाड़ू से जुड़े कई नियमों के बारे में बताया गया है. झाड़ू लगाने का सही समय दिन के चार पहर उत्तम हैं. वहीं, रात के चार पहर को इस काम के लिए अनुचित बताया गया है. कहते हैं कि रात के चार पहर में झाड़ू लगाने से घर में दरिद्रता का वास होता है और धन की देवी मां लक्ष्मी रुष्ठ हो जाती हैं. इससे घर में धन की आवक पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है.
- वास्तु जानकारों का कहना है कि घर में झाड़ू को हमेशा छिपाकर ही रखना चाहिए. इस बात का ध्यान रखें कि झाड़ू पर किसी बाहर के सदस्य की नजर न पड़े.
- झाड़ू को हमेशा लेटा कर ही रखें. खड़ी झाड़ू से मां अलक्ष्मी का आगमन होता है. और घर में दरिद्रता पैर पसार लेती है.
- घर में टूटी हुई झाड़ू रखना अशुभ माना गया है. ऐसे में घर में से इस तरह की झाड़ू को तुरंत हटा देना चाहिए. वरना घर में वास्तु दोष उत्पन्न होते हैं.
- वास्तु शास्त्रों का कहना है कि घर में झाड़ू को कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए. इसे हमेशा घर की दक्षिण दिशा या फिर पश्चिम दिशा में रखना ही शुभ माना जाता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)