Vastu tips for east direction: वास्तु शास्त्र में दिशाओं का बहुत महत्व है. घर अगर वास्तु के अनुसार हो तो घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. वहीं अगर घर वास्तु के हिसाब से न हो तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. घर की सुख-समृद्धि चली जाती है. व्यक्ति को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वास्तु शास्त्र में पूर्व दिशा महत्वपूर्ण मानी गई है. इस दिशा को लेकर वास्तु शास्त्र में कई नियम बनाए गए हैं. इन नियमों की अनदेखी करने से घर में वास्तु दोष होता है.
वास्तु के अनुसार उत्तर-पूर्व दिशा में न रखें ये चीजें
- वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का मेन गेट हमेशा पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए. पूर्व से सूर्योदय होता है. पूर्व में मेन गेट होने से सूर्य की रोशनी और हवा सीधे घर में आती है. जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है.
- घर के पूर्वी हिस्से में अधिक खाली जगह हो तो धन के योग बनते हैं. कहते हैं कि घर की पूर्व दिशा में भारी सामान नहीं रखना चाहिए. ऐसा करने से वास्तु दोष लगता है.
- शास्त्रों में उत्तर-पूर्व दिशा को देवी-देवताओं की दिशा कहा जाता है. इसलिए इस दिशा में गलती से भी जूते-चप्पल नहीं रखना चाहिए. ऐसा करने से देवी-देवता रुष्ट हो जाते हैं और घर में कंगाली छाने लगती है.
- वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर-पूर्व दिशा में कभी शौचालय नहीं बनवाना चाहिए. इस दिशा में शौचालय होने से देवी-देवता नाराज हो जाते हैं और घर में क्लेश होने लगता है. व्यक्ति की तरक्की रुक जाती है.
- वास्तु के अनुसार उत्तर-पूर्व दिशा में कोई भी ईलेक्ट्रिक का सामान नहीं रखना चाहिए. कहते हैं कि इससे घर के सदस्यों के बीच विवाद होने लगते हैं.
- वास्तु के अनुसार उत्तर-पूर्व दिशा में सीढ़ियां नहीं बनानी चाहिए. कहते हैं कि इससे वास्तु दोष उत्पन्न होता है. जिससे वहां रहने वाले लोगों को धन हानि का सामना करना पड़ता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)