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Solar Eclipse 2023: सूर्य ग्रहण में शेष हैं इतने दिन, इसके अशुभ प्रभावों से बचने के लिए करें ये 7 उपाय

Last Solar Eclipse 2023: साल 2023 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर की रात को लगने जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण को अशुभ घटना माना गया है. ऐसे में इसके अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए कुछ उपायों का जिक्र किया गया है. जानें

 
surya grahan upay 2023
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shilpa jain|Updated: Aug 23, 2023, 02:13 PM IST

Surya Grahan Upay: ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण की घटना को महत्वपूर्ण माना गया है. शास्त्रों के अनुसार ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ने के कारण इसके बहुत से दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं. ऐसे में इस दौरान कुछ उपायों को अपनाकर व्यक्ति इन प्रभावों को कम कर सकता है. बता दें कि इस साल 20 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगा था, जो कि भारत में मान्य नहीं थी. वहीं, साल का दूसरा और आखिरी ग्रहण 14 अक्टूबर के दिन लगने जा रहा है. 

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ये एक खगोलीय घटना है. वहीं, ज्योतिष और धार्मिक दृष्टि से इसे अशुभ माना जाता है. कहते हैं कि इस दौरान वातावरण में नकारात्मक शक्तियां हावी हो जाती हैं. ऐसे में कुछ ज्योतिष उपाय से सूर्य ग्रहण के अशुभ प्रभावों को दूर किया जा सकता है. जानें ग्रहण के बुरे प्रभावों से बचने के लिए क्या किया जाए. 

इस दिन लग रहा है साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 2023

साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण इस बार 14 अक्टूबर 2023 दिन शनिवार को लगने जा रहा है. बता दें कि इस दिन अश्विनी अमावस्या पड़ रही है. वहीं, ये ग्रहण चित्रा नक्षत्र और कन्या राशि में वलयाकर रूप में लगेगा. बता दें कि ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. 14 अक्टूबर की रात 8 बजकर 34 मिनट पर ये ग्रहण लगेगा, इसलिए भारत में मान्य नहीं होगा. पश्चिमी अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, आर्कटिक, अटलांटिक, उत्तरी अमेरिका प्राग जैसे देशों में देखा जा सकेगा. 

ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के उपाय 

1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूतक काल से लेकर ग्रहण समाप्त होने तक किसी भी प्रकार की नुकीली या धारदार चीज का इस्तेमाल भूलकर भी न करें. खासतौर से गर्भवती महिलाएं धारदार हथियार और नुकीली वस्तुओं को भूलकर भी न छूएं.  

2. सूर्य ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए कांसे की एक कटोरी ले लें. अब उसमें घी डालें और एक तांबे का सिक्का डाल दें. इस कटोरी में अपना चेहरा देखकर इस घी और सिक्के को किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान दे दें. 

3. वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण के समाप्त होने पर 6 जटा वाला नारियल लें और इसे अपने सिर से पैर तक सात बार घड़ी की दिशा में घुमाएं. इसके बाद इस नारियल को बहती हुई नदी में प्रवाहित कर दें.  

4. सूर्य ग्रहण के समय आदित्य हृदय स्तोत्र और हनुमान चालीस का पाठ करने से ग्रहण के दुष्प्रभावों को कम किया जा सकता है. इस दौरान ग्रहण काल में बहते पानी में नींबू, तिल और पका केला प्रवाहित करने से विशेष लाभ होता है. 

5. बता दें कि सूर्य ग्रहण में स्नान करने से परहेज करना चाहिए. कहते हैं कि ग्रहण से पहले और ग्रहण के बाद स्नान करना शुभ माना गया है.  वहीं, ग्रहण के समाप्त होने पर गेंहू, तांबा और गुड़ का दान करें. 

6. ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए घर में ग्रहण काल के दौरान पूजा-पाठ करें. इस दौरान अपने ईष्ट देवता के मंत्रों का जाप करें. सूर्य राहु के मंत्र का जाप करें. कहते हैं कि ग्रहण के समाप्त होने के बाद व्यक्ति को सामर्थ्य के अनुसार दान करना चाहिए. 
 
7. इसके साथ ही, ऐसा भी कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान भोजन करने से बचें. वहीं, इस काल में नाखून और बाल काटना भी वर्जित माना जाता है.  

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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