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Shukra ki Mahadasha: 20 साल तक चलती है शुक्र की महादशा, इन लोगों को देती है राजाओं जैसा धन-वैभव, ऐश्‍वर्य!

Shukra Mahadasha: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र ग्रह धन-लग्‍जरी, प्रेम-रोमांस, आकर्षण और सौंदर्य देने वाले ग्रह हैं. जब शुक्र की महादशा आती है तो व्‍यक्ति के जीवन में बड़ा परिवर्तन आता है. कुंडली में शुक्र शुभ हो तो वह राजाओं जैसा जीवन जीता है.

फाइल फोटो
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Shraddha Jain|Updated: Feb 22, 2023, 08:12 AM IST

Shukra ki Mahadasha ka fal: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों के राशि परिवर्तन के अलावा ग्रहों की महादशा का भी लोगों के जीवन पर बड़ा असर पड़ता है. जब व्‍यक्ति पर किसी भी ग्रह की महादशा चलती है तो जीवन के संबंधित क्षेत्र पर बड़ा असर पड़ता है. शुक्र ग्रह धन-लग्‍जरी, प्रेम-रोमांस देने वाले ग्रह हैं. लिहाजा जब जातक पर शुक्र की महादशा चलती है तो व्‍यक्ति की आर्थिक स्थिति, लव लाइफ, सुख-सुविधाओं पर बड़ा असर पड़ता है. जिन लोगों की कुंडली में शुक्र शुभ स्थिति में हो उसे राजाओं जैसा सुख मिलता है. 

सबसे ज्‍यादा 20 साल तक चलती है शुक्र की महादशा 
 
शुक्र की महादशा सबसे ज्‍यादा 20 साल तक चलती है और जातक को अपार सुख देती है. यदि कुंडली में शुक्र नीच स्थिति में हो तो जातक को महादशा के दौरान नकारात्‍मक फल भोगने पड़ते हैं. ऐसी स्थिति में उसका जीवन अभावों में कटता है, वह तंगहाली में जीवन जीता है. यदि जातक पुरुष है तो उसकी कामुक शक्ति कमजोर हो जाती है. वहीं महिलाओं में नीच का शुक्र  महादशा के दौरान गर्भपात की समस्‍या देता है. यदि कुंडली में शुक्र शुभ हो तो जातक को बहुत सुख मिलता है. उसके जीवन में सुख-सुविधाओं की कमी नहीं होती है. वह अपार धन-लग्‍जरी लाइफ का आनंद लेता है. 

शुक्र दोष से मुक्ति के उपाय

यदि कुंडली में शुक्र दोष हो तो महादशा के दौरान उसके नकारात्‍मक फलों से बचने के लिए कुछ उपाय कर लेने चाहिए. इसके लिए ज्‍योतिष शास्‍त्र में कारगर उपाय बताए गए हैं. 
 
- शुक्र दोष से निजात पाने के लिए 'शुं शुक्राय नम:' या 'शुं शुक्राय नम:' मंत्र का रोज कम से कम 108 बार जाप करें.
- शुक्र दोष से निजात पाने के लिए शुक्रवार का व्रत रखें और मां लक्ष्‍मी की विधि-विधान से पूजा करें. फिर कन्‍याओं को खीर का प्रसाद खिलाएं. इससे जल्‍द आर्थिक हालात बदलेंगे. 
- शुक्र के नकारात्‍मक असर से बचाव के जरुरत मंद ब्राहमण को दूध, दही, घी, कपूर, सफेद फूल और सफेद मोती का दान करें.
- हर शुक्रवार को चीटियों को आटा और शक्‍कर खिलाएं. 
 
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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