Sade Sati on Kumbh Rashi effects: शनि की साढ़े साती और ढैय्या का नाम सुनकर ही लोगों के मन में डर पैदा हो जाता है. शनि कर्मों के अनुसार फल देते हैं और इस कारण शनि की साढ़े साती और ढैय्या के दौरान लोगों को बहुत कष्ट झेलने पड़ते हैं. इसी तरह शनि की महादशा निकालना भी आसान नहीं होता है. इस समय शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में हैं. कुंभ राशि के स्वामी शनि अपनी राशि में मार्च 2025 तक रहेंगे. इससे 3 राशियों पर साढ़े साती और 2 राशियों पर शनि की ढैय्या रहेगी.
सबसे ज्यादा कष्ट देता है शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण
शनि की साढ़े साती के ढाई-ढाई साल के 3 चरण होते हैं. पहले चरण में शनि जातक की आर्थिक स्थिति पर, दूसरे चरण में आर्थिक, शारीरिक-मानसिक सेहत और पारिवारिक जीवन पर असर डालते हैं. वहीं तीसरे चरण में सेहत पर सबसे ज्यादा असर डालते हैं. इनमें से साढ़े साती का दूसरा चरण सबसे खतरनाक होता है, इसमें शनि सबसे ज्यादा कष्ट देते हैं.
कुंभ राशि पर चल है साढ़े साती का दूसरा चरण
कुंभ राशि पर शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण 17 जनवरी 2023 से शुरू हो चुका है और मार्च 2025 तक चलेगा. वहीं कुंभ राशि वालों को साढ़े साती से मुक्ति 3 जून 2027 को मिलेगी. इस दौरान इन लोगों को बहुत ज्यादा संभलकर रहने की जरूरत है. क्योंकि शनि के प्रकोप के कारण इन लोगों को धन-संपत्ति, परिवार, सेहत, करियर से जुड़ी मुश्किलें झेलनी पड़ सकती हैं. कोई व्यक्ति धोखा दे सकता है. लिहाजा हर निर्णय सोच-समझकर करें.
हालांकि जिन लोगों की कुंडली में शनि अच्छी स्थिति में हैं और जो गलत या अनैतिक काम नहीं करते हैं, उनके लिए यह समय बहुत शानदार साबित होता है.
ये भी पढ़ें- आपके लिए कैसा रहेगा साल 2023, जानें अपना राशिफल
अपनी फ्री कुंडली पाने के लिए यहां क्लिक करें
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)