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Nakshatra: पुष्य को माना जाता है नक्षत्रों का राजा, समाज में लोकप्रिय होते हैं इसमें जन्म लेने वाले लोग

Pushya Nakshatra: पुष्य नक्षत्र के लोग समाज में खूब नाम कमाते हैं, जिससे वह लोगों के बीच काफी लोकप्रिय होते हैं. हालांकि, उनको अपनी स्टेटस का अहंकार नहीं करना चाहिए. वहीं, चापलूसी करने वालों को उधारी देने से बचें.

Pushya Nakshatra
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Shilpa Rana|Updated: Aug 11, 2023, 02:19 PM IST

Horoscope Predictions for Pushya Nakshatra: पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा माना जाता है. इस नक्षत्र के होने से मुहूर्त के कई दोष स्वतः ही समाप्त हो जाते हैं. पुष्य का अर्थ है पोषण करने वाला, ऊर्जा और शक्ति देने वाला. इस नक्षत्र को बहुत ही शुभ और कल्याणकारी मानते हैं. यह नक्षत्र कर्क राशि में पड़ता है इसलिए जिन लोगों की कर्क राशि होती है, उनका यह नक्षत्र हो सकता है. पुष्य नक्षत्र के देवता, देवगुरु बृहस्पति हैं, यदि पुष्य नक्षत्र गुरुवार को पड़ जाए यानी गुरु पुष्य नक्षत्र हो तो यह बहुत ही शुभ होता है.    

इस नक्षत्र के लोग बहुत ही लोकप्रिय होते हैं, किंतु उन्हें अपनी स्टेटस को लेकर अहंकार नहीं करना चाहिए और न ही किसी से भेदभाव करना चाहिए. इन लोगों को दूसरों को उधारी देते समय सावधान रहना चाहिए, क्योंकि कुछ चालाक लोग इन्हें अपनी चिकनी-चुपड़ी बातों में फंसाकर उधार लेकर रफूचक्कर हो जाते हैं. इनको अपने प्रोफेशन में इमोशन बहुत अधिक नहीं लाना चाहिए. ऐसा न करने से इनको ऑफिस में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए प्रोफेशनल प्लेस पर प्रोफेशनल और इमोशन वाली जगह पर इमोशनल रहना चाहिए.   

उपाय

पुष्य नक्षत्र में जिन लोगों का जन्म हुआ है, उनके लिए वनस्पति है पीपल. पीपल वृक्ष के महत्व से तो सभी परिचित हैं, भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में कहा है कि वृक्षों में मैं पीपल हूं. पीपल का पौराणिक नाम अश्वत्थ भी है. इसका भारतीय संस्कृति में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है. इस नक्षत्र वाले लोगों को एक बात जीवन में गांठ बांध लेनी चाहिए कि कभी भी पीपल का पेड़ नहीं काटना है. यहां तक कि जो छोटे पीपल पौधे निकल आते हैं, उनको भी अपने हाथों से कतई न निकले. आपको तो अधिक से अधिक पीपल के वृक्ष लगाने चाहिए. 

एक खास बात ध्यान रखनी होगी कि पीपल का पेड़ रास्ते के बीच में न लगाएं और न ही किसी के मकान से सटा कर लगाएं. इस वृक्ष को बहुत जिम्मेदारी के साथ खुले स्थान पर ही लगाना चाहिए ताकि देव तुल्य इस वृक्ष को काटने का कभी विचार ही न आए. यदि पीपल का वृक्ष लगा नहीं सकते हैं तो जहां कहीं भी पीपल का वृक्ष है उनकी सुरक्षा से जुड़े कदम उठाने चाहिए.

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