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कुंडली के इस भाव में मंगल के होने पर नरक से कम नहीं होता व्यक्ति का जीवन, झेलनी पड़ती है ऐसी-ऐसी यातनाएं

Mangal dosh: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह 1,2,4,7,8 या 12 वें घर में हो ऐसे व्यक्ति को मंगल दोष होता है. हर भाव की स्थिति का व्यक्ति के जीवन पर अलग-अलग असर होता है.

 
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shilpa jain|Updated: Nov 15, 2023, 12:01 PM IST

Mangal Dosh Ke Effects: कुंडली में ग्रहों की स्थिति का व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर पड़ता है. कुंडली में ग्रहों की स्थिति अशुभ स्थान पर हो तो व्यक्ति को जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. आज बात मंगल ग्रह की करेंगे. जिस व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह 1,2,4,7,8 या 12 वें घर में हो ऐसे व्यक्ति को मंगल दोष होता है. जिसे भोम या कुजा दोष भी कह सकते हैं. जो व्यक्ति मांगलिक होता है उसे जीवन में कई समस्याओं का समना करना पड़ता है. मंगल जिस घर में बैठा हो उसके हिसाब से व्यक्ति को कष्ट झेलना पड़ता है. मंगल दोष के कारण विवाह में देरी, कलह, पारिवारिक कलह, व्यवसाय में हानि आदि जैसी कई समस्याएं होती है. आइए जानते हैं मंगल की किस स्थिति में व्यक्ति को क्या समस्याएं हो सकती हैं

कुंडली में मंगल के किस घर में होने पर कैसा प्रभाव पड़ता है

- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर कुंडली में मंगल पहले घर में हो जो व्यक्ति को वैवाहित जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे व्यक्ति का वैवाहिक जीवन खुशहाल नहीं रहता है. जीवनसाथी की मृत्यु का भय, कलह आदि का डर रहता है.  

- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर कुंडली में मंगल दूसरे भाव में स्थित हो तो व्यक्ति के पारिवारिक जीवन में कई परेशानियां आती है. ऐसे व्यक्ति के पारिवारिक और व्यावसायिक जीवन में उछल-पुथल रहती है.

- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर कुंडली में मंगल चतुर्थ भाव में हो तो व्यक्ति को व्यावसायिक जीवन में हानि होनी है. ऐसे व्यक्ति को कई बार नौकरी में बदलाव, स्थानांतरण आदि करना पड़ता है. कई बार आर्थिक समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है.

- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर कुंडली में मंगल सातवें भाव में हो तो व्यक्ति अधिक चिड़चिड़ा, गुस्सैल, उदास होता है जाता है. ऐसे में उसका व्यवहार हिसंक हो जाता है. जिस कारण परिवार में कलह बना रहता है.

- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर कुंडली में मंगल आठवें भाव में हो व्यक्ति आलसी होता जाता है. ऐसे में उसे आगे चलकर आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. लापरवाही के कारण ऐसा व्यक्ति पैतृक संपत्ति से भी हाथ धो देता है.

- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर कुंडली में मंगल 12वें भाव में हो ऐसे व्यक्ति के कई दुश्मन होते हैं. वे जीवन में कई बार अशांति और मानसिक परेशानियां का कारण बनते हैं. जिस कारण व्यक्ति का जीवन नरक से कम नहीं होता. 

मंगल दोष कम करने के उपाय

- मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में जाकर उन्हें सिंदूर चढ़ाएं और सफेद मिठाई का भोग लगाएं.

- मंगल दोष से पीड़ित व्यक्ति को रोजाना 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए.

- हर महीने शुक्ल पक्ष के दौरान मंगलवार का व्रत करें और खाने में अरहर की दाल का ही सेवन करें.

- रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करने से मंगल दोष कम होता है. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

 

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