chandra grahan 2023: साल 2023 में दो सूर्य और दो चंद्र ग्रहण लगने थे. इनमें से दो सूर्य और एक चंद्र ग्रहण लग चुके हैं. जबकि, एक चंद्र ग्रहण लगना बाकी है. साल का आखिरी और दूसरा चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर शनिवार की रात को लगने जा रहा है. ग्रहण के दौरान जो सबसे महत्वपूर्ण बात होती है, वह है सूतक काल. सूतक काल के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. सनातन धर्म में सूर्य और चंद्रमा को देवों की संज्ञा दी गई है. ऐसी मान्यता है कि ग्रहण के दौरान सूर्य और चंद्र देव पीड़ादायक स्थिति में होते हैं. ऐसे में इस दौरान जप आदि कर केवल भगवान का ध्यान किया जाता है.
भारतीय समयानुसार, इंडिया में चंद्र ग्रहण रात 1 बजकर 31 मिनट पर लगेगा और इसका समापन रात 2 बजकर 24 मिनट पर होगा. यह एक खंडग्रास चंद्र ग्रहण होगा. करीब 1 घंटे 19 मिनट तक चलने वाले इस ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले से शुरू हो जाएगा. इसका सूतक काल शनिवार शाम 4 बजकर 5 मिनट पर लग जाएगा.
साल का दूसरा चंद्र ग्रहण भारत में दिखेगा. खास बात यह है कि इस दिन शरद पूर्णिमा भी पड़ रही है. इसके साथ ही यह ग्रहण गजकेसरी योग में लगेगा. इस मौके पर रवि, बुधादित्य , शश, सिद्धि और सौभाग्य योग भी रहने वाला है. ऐसा संयोग करीब 30 साल बाद बन रहा है.
शरद पूर्णिमा पर लगने वाले खंडग्रास यानी आंशिक चंद्र ग्रहण को लेकर काफी सावधानी बरतने की जरूरत है. ऐसे में सूतक काल की अवधि में नियमों का पालन करते हुए भगवान का ध्यान करना चाहिए, जिससे कि ग्रहण का दुष्प्रभावों न पड़े.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)